हमीरपुर : परिवार न्यायालय की पीठासीन अधिकारी के स्थानांतरण की मांग को लेकर अधिवक्ताओं की 31वें दिन भी हड़ताल जारी रही। गुरुवार को अधिवक्ताओं ने धरना प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। वहीं एक अधिवक्ता द्वारा बेल डालने पर नाराज अधिवक्ताओं ने उसके चैंबर में जाकर जमकर हंगामा किया।
धरना की अध्यक्षता प्रोग्रेसिव बार के अध्यक्ष राजेंद्रवीर सिंह चौहान तथा संचालन भगवानदास दीक्षित ने किया। प्रोग्रेसिव बार के अध्यक्ष राजेंद्रवीर सिंह चौहान ने बताया कि गुरुवार को उच्च न्यायालय के प्रशासनिक न्यायाधीश ने अधिवक्ताओं को सुलहवार्ता के लिए बुलाया है। जिसमें हमारा प्रतिनिधि मंडल डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष फूलसिंह कुशवाहा, महामंत्री देवीप्रसाद शुक्ला, ओमप्रकाश द्विवेदी, गोविंदराम द्विवेदी, जनमेजय सिंह, लोकभूषण राजपूत सुलह वार्ता के लिए प्रयागराज गए हैं। वहीं बुंदेलखंड प्रभारी महंत रतन ब्रम्हचारी द्वारा राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर पीठासीन अधिकारी को हटाए जाने मांग की गई है। महंत रतन ब्रम्हचारी ने कहा कि यदि अधिवक्ताओं की मांग पूरी नहीं होती है तो शिवसेना यूबीटी अधिवक्ताओं के साथ आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी। धरना समाप्ति के दौरान अधिवक्ता राजप्रताप सिंह द्वारा धरने में आकर बताया गया कि देवकुंवर एडवोकेट द्वारा हड़ताल के दौरान दूसरी बार न्यायिक कार्य किया गया है। जिस पर समस्त अधिवक्ता आक्रोशित हो गए। अधिवक्ता द्वारा किए गए कार्य की सभी ने निंदा करते हुए कार्रवाई करने की बात कही। इस मौके पर सैकड़ों अधिवक्ता धरना प्रदर्शन में मौजूद रहे और जमकर नारेबाजी की। धरने की शुरूआत क्रमिक अनशन में बैठे अधिवक्ता आशीष त्रिपाठी, धर्मेंद्र मोहन सिंह, शादाब खान, हिमांशु श्रीवास्तव, महेंद्र सिंह का माल्यार्पण कर किया गया।