बरेली| बरेली में कोर्ट के सख्त रुख के बावजूद पुलिस आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा तक नहीं पहुंच सकी है। गिरफ्तारी तो दूर पुलिस अब तक तौकीर रजा खां की सटीक लोकेशन भी पता नहीं लगा सकी है। पुलिस की टीमें पश्चिम बंगाल से अजमेर तक दबिश दे रही हैं। शहर में भी उनके नेटवर्क को टटोला जा रहा है।
बरेली में 2010 में हुए दंगे के मामले में मास्टरमाइंड तौकीर रजा को एडीजे रवि कुमार दिवाकर के आदेशानुसार मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाना है। चार दिन से मौलाना का मोबाइल फोन बंद हैं। परिचितों व रिश्तेदारों के मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लगाकर पुलिस कड़ियां जोड़ रही हैं। इस तरह से इनपुट मिलने के बाद बरेली पुलिस की एक टीम दिल्ली के निजामुद्दीन पुलिस स्टेशन में मौजूद है। दूसरी टीम अजमेर गई है। पश्चिमी बंगाल व हैदराबाद में लोकेशन मिलने के बाद वहां भी पुलिस टीमें भेजी गई हैं।
मौलाना के करीबियों के यहां भी दबिश
मौलाना तौकीर का शहर में खासा नेटवर्क है। पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से लेकर परिजन व रिश्तेदार बरेली से ताल्लुक रखते हैं। आशंका है कि मौलाना किसी न किसी तरीके से इनके संपर्क में हो सकते हैं। इसलिए पुलिस ने मौलाना के कई करीबियों के यहां भी दबिश दी। कुछ को कोतवाली व प्रेमनगर थाने लाकर पूछताछ भी की गई है। उनके मोबाइल नंबर भी सर्विलांस पर लगाए गए हैं। सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि मौलाना की गिरफ्तारी के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर भी मौलाना के कई समर्थक सक्रिय रहते हैं। मौलाना की गतिविधियों को लेकर यह पोस्ट व कमेंट करते रहते हैं। पुलिस ने साइबर व सर्विलांस सेल को इस काम पर लगाया है कि इनकी गतिविधियों से ही मौलाना की लोकेशन ट्रेस की जाए।
केस ट्रांसफर मामले में सुनवाई आज
जिस केस में मौलाना तौकीर को तलब किया जा रहा है, उसी मामले में एक अन्य आरोपी ने जिला जज की अदालत में याचिका देकर मौजूदा कोर्ट से अपना केस दूसरे कोर्ट में ट्रांसफर करने की मांग की है। सोमवार को इस याचिका पर सुनवाई होनी है।