उत्तर कोरिया : उत्तर कोरिया ने एक बार फिर उकसावे वाली कार्रवाई की है। उत्तर कोरिया ने सोमवार की सुबह अपनी पूर्वी जलीय सीमा की तरफ कई कम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को फायर किया। उत्तर कोरिया की तरफ से ये मिसाइलें ऐसे समय दागी गई हैं, जब हाल ही में दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास खत्म हुआ है। उत्तर कोरिया की इस कार्रवाई से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है।
जापान की सरकार ने जताई नाराजगी
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने संसदीय सत्र के दौरान बताया कि उत्तर कोरिया ने कोरियाई प्रायद्वीप और जापान की तरफ कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागी, जो जापान के एक्सक्लूसिव इकॉनोमिक जोन के बाहर गिरीं। इन मिसाइलों से कोई नुकसान नहीं हुआ है। जापान ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यह जापान, क्षेत्रीय शांति और अंतरराष्ट्रीय समाज के लिए खतरा है। जापान ने कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उस प्रस्ताव का भी उल्लंघन है, जिसमें उत्तर कोरिया की बैलिस्टिक मिसाइलों से संबंधित गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया गया था।
दक्षिण कोरिया और अमेरिका की सेनाओं के बीच हुआ युद्धाभ्यास
दक्षिण कोरिया की सेना ने भी बयान जारी कर कहा है कि उन्होंने कुछ संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइलों का पता लगाया है। दक्षिण कोरिया के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा है कि हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं और सर्विलांस कर रहे हैं। दक्षिण कोरिया और अमेरिका की सेनाओं के बीच 11 दिनों तक चला संयुक्त युद्धाभ्यास बीते गुरुवार को ही खत्म हुआ है। इस युद्धाभ्यास के दौरान दोनों देशों की सेनाओं कमांड पोस्ट ट्रेनिंग और 48 तरह की फील्ड एक्सरसाइज की। माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया ने इसी युद्धाभ्यास से चिढ़कर मिसाइलें दागीं हैं।
कोरियाई प्रायद्वीप में साल 2022 से ही तनाव चल रहा है। दरअसल उत्तर कोरिया 2022 से ही लगातार मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है। इन मिसाइल परीक्षणों में कई परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम मिसाइलें भी शामिल हैं। उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के जवाब में दक्षिण कोरिया ने संयुक्त सैन्य अभ्यास बढ़ा दिया है।