बदायूं : नेहरू मेमोरियल शिवनारायण दास स्नातकोत्तर महाविद्यालय में चल रहे पांच दिवसीय स्काउट गाइड स्पेशल इंट्रोडक्टरी कोर्स के चौथे दिन बीएड प्रशिक्षुओं को झंडी संकेत, गांठे-बंधन, प्राथमिक उपचार की ट्रेनिंग दी गई।
प्रभारी स्काउट गाइड प्रोफेसर मनवीर सिंह ने स्काउट ध्वज फहराया। उन्होंने कहा कि युवा अपनी शक्ति का उपयोग राष्ट्र निर्माण में करें। चुनौतियों को स्वीकार कर महान लक्ष्य पाएं।
पूर्व जिला ट्रेनिंग कमिश्नर संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि स्काउटिंग के जन्मदाता लार्ड बेडन पावेल ने 1900 में दक्षिण अफ्रीका में हुए युद्ध में बालकों की असीम शक्ति, अदम्य साहस, कर्तव्य परायणता देखी। लार्ड बेडन पावेल को विश्वास हो गया कि बालक युद्ध और शांतिकाल दोनों में संसार को कितना लाभ पहुंचा सकते हैं।
उन्होंने ने बालकों में छिपी असीम शक्ति और विश्वास को पहचाना। सन् 1907 में इंग्लैंड के ब्राउन्सी द्वीप 20 बालकों का शिविर लगाकर स्काउटिंग का श्री गणेश किया।
शिविर में बीएड प्रशिक्षुओं को झंडी संकेत, प्राथमिक उपचार, मरीज को ले जाने के तरीके, स्ट्रेचर बनाना, हाथों की सीट, पट्टी बांधना, तंबू निर्माण, गांठ-बंधन आदि की ट्रेनिंग दी।
इस मौके पर कमल किशोर गुप्ता, शिल्पी सिंह, परीप्सा, मानसी, सोनम, महिमा, संगीता, कुसुम, प्रशांत, मोहित, प्रदीप कुमार, अभिषेक सिंह, शुभम सिंह, रोहित भारद्वाज, निर्देश, कमल बाबू, श्याम मौर्य, अरविंद, राजकमल, नितिन आदि मौजूद रहे।