हमीरपुर : चित्रकूटधाम मंडल के अंतर्गत आने वाली सभी नदियों के जल को स्वच्छ रखने के लिए शासन ने एक बार फिर से सख्त कदम उठाया है। मंडल के चारों जिलों की नदियों के घाटों व पूजा स्थलों से निकलने वाले कचरा व पालीथिन फेंकने तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। इसके लिए मंडल के सभी नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों को नोटिस भी जारी कर दिया गया है।
चित्रकूटधाम मंडल की क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी डा. माधवी कमलवंशी ने मोबाइल फोन के माध्यम से बताया कि नदियों में बने घाटों व अन्य स्थलों से लोग कूड़ा डाल देते हैं। जिससे नदियों का जल प्रदूषित हो रहा है। इससे नदियों का जल जीवों के जीवन पर प्रतिकूल असर पड़ता है। कई स्थानों पर शहर व गांव का गंदा पानी नदियों में जाता है, शासन ने उसे भी रोकने के लिए नगर पालिकाओं को सख्त आदेश दिए हैं। क्षेत्रीय अधिकारी ने बताया कि इसके लिए नदियों के किनारे जहां पर मंदिर व पूजा स्थल बने हैं उनसे जितना कचरा या पालीथिन का ढेर निकलने के कारण शासन को यह कदम उठाना पड़ा है। यह समस्या बड़े-बड़े शहरों में ज्यादा देखने को मिलती है। नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों से कहा गया है जहां से कूड़ा-कचरा आता है, वहां पर मजबूत जाली लगवा दें ताकि लोग नदियों का पानी गंदा न कर सकें। क्षेत्रीय अधिकारी ने नगर पालिकाओं के ईओ से पूछा है कि वह नदियों के सफाई के लिए क्या कर रहे हैं। इसकी रिपोर्ट तुरंत भिजवाएं। ताकि शासन को अवगत कराया जा सके। शासन ने स्थानीय निकायों से कहा है कि शहर का गंदा पानी नदियों में नहीं जाएगा। इसके लिए कड़े कदम उठाना आवश्यक है। गौरतलब है कि हमीरपुर जिले में अभी तक सीवर ट्रीट प्लांट न होने के कारण पूरे शहर के अलावा आसपास के क्षेत्र का पानी यमुना व बेतवा में सीधे छोड़ दिया जाता है।