नई दिल्ली। विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल की तुलना भले ही महेंद्र सिंह धोनी से की जा रही हो लेकिन उन्होंने शुक्रवार को कहा कि कोई भी पूर्व भारतीय कप्तान की बराबरी नहीं कर सकता और वह अपना ध्यान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी जगह बनाने पर लगायेंगे। हाल में इंग्लैंड के खिलाफ समाप्त हुई ही श्रृंखला में टेस्ट पदार्पण करने वाले जुरेल ने विकेट के पीछे चतुराई दिखाई, बल्ले से भी दमदार प्रदर्शन किया तथा कप्तान रोहित शर्मा को डीआरएस संबंधित फैसले लेने में मदद की। जुरेल के इस प्रदर्शन को देखकर महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने उनकी तुलना धोनी से कर दी लेकिन 23 साल के इस खिलाड़ी को ऐसा नहीं लगता।
उन्होंने कहा, मेरी तुलना धोनी सर से करने के लिए शुक्रिया गावस्कर सर। लेकिन मैं व्यक्तिगत रूप से कहना चाहूंगा कि धोनी सर ने जो किया है, वैसा कोई भी नहीं कर सकता। इस युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा, धोनी सिर्फ एक ही है। हमेशा थे और हमेशा रहेंगे। मैं सिर्फ ध्रुव जुरेल ही रहना चाहता हूं। जो भी मैं करूं, मैं सिर्फ ध्रुव जुरेल ही रहना चाहता हूं। लेकिन धोनी सर एक महान क्रिकेटर हैं और वह हमेशा ही महान क्रिकेटर रहेंगे। भारत की टेस्ट कैप मिलने से जुरेल का सपना साकार हुआ, उन्होंने कहा, मुझे अभी तक विश्वास नहीं हो रहा कि मुझे टेस्ट कैप मिली और फिर मैं मैन ऑफ द मैच रहा। टेस्ट खेलना सुखद रहा जो क्रिकेट का सबसे शुद्ध प्रारूप है। इतना पता था कि किसी दिन टेस्ट क्रिकेट खेलूंगा इसलिये यह मेरे सपने के साकार होने वाला पल था। उन्होंने कहा, मैं हमेशा टेस्ट खेलना चाहता था। जब मैं अंडर-19 खेल रहा था, तो मेरा लक्ष्य 200 टेस्ट खेलने का था लेकिन बाद में मुझे महसूस हुआ कि यह संभव नहीं था। जुरेल ने टेस्ट क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बीच तुलना को खारिज करते हुए इसे अवास्तविक करार करते हुए कहा, अपनी बात करूं तो आईपीएल से मेरा टेस्ट क्रिकेट के प्रति लगाव कम नहीं हुआ। जब मुझे भारतीय टेस्ट टीम की कैप मिली तो इसका अहसास बिलकुल ही अलग था। दोनों में कोई तुलना नहीं हो सकती। टेस्ट क्रिकेट बिलकुल ही अलग स्तर पर है। जुरेल ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के ज्यादा टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ियों को ज्यादा प्रोत्साहन राशि देने के कदम की प्रशंसा की।