केयर टेकर नही दे रहे ध्यान, राहगीर और ग्रामीण परेशान
हैदरगढ़ बाराबंकी। विकास खण्ड़ त्रिवेदीगंज क्षेत्र के ग्राम पंचायत खैराकनकू में ग्रामीणों की सुविधा हेतु, लाखों की लागत से बनाया गया सामुदायिक शौचालय निष्प्रयोज साबित हो रहा है। दो वर्ष से बंद पड़े शौचालय में गंदगी का अंबार तो है ही साथ ही वहां लगाए गए समस्त उपकरण बेकार हो चुके है। वही केयर टेकर से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होने फोन काट दिया।
जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत सभी गांवो में शौचालय बना दिया जिससे गांव की जनता खुली शौच ना करे। शौचालय में साफ-सफाई के लिए सरकार हजारो रूपए वेतन देकर केयर टेकर की तैनाती भी कर रखी है इसके अलावा हर माह लगने वाले अन्य खर्च को भी सरकार वहन कर रही है। इतने के बावजूद खैराकनकू में शौचालय बद से बत्तर की स्थिति में है। उक्त शौचालय खैराकनकू ग्राम पंचायत के हसवापुर में दहिला-पोखरा संपर्क पर बना हुआ है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व प्रधान राम तीरथ के कार्य काल में शौचालय का निर्माण हुआ था लेकिन कार्य अपूर्ण था। इसी बीच चुनाव हुआ तो महिला सीट पर कांतिदेवी पत्नी रामराज चुनाव जीत गई। चुनाव जीतने के बाद प्रधानपति ने उक्त शौचालय का अधूरा कार्य पूर्ण कराकर गांव को ओडिएफ घोषित कर दिया।
शौचालय की जिम्मेदारी केयर टेकर नीलम सिंह को सौंप दी। ग्रामीणोें ने बताया कि केयरटेकर शौचलय साफ सफाई के लिए हसवापुर गांव निवासी परशुराम को तीन हजार रूपए प्रतिमाह पर दे दिया। जब परशुराम से बात किया गया तो उनका कहना था कि बीते 18 माह से शौचालय की जिम्मेदारी उठा रहा था, लेकिन केयरटेकर ने पैसा नही दिया उसके बाद से जिम्मेदारी छोड़ दिया है। आज शौचालय में गंदगी ही गंदगी है विजली कनेंशन है, पर लाइट नही आती, पानी की टंकी रखी है पर लीकेज है। शौचालय का ताला हमेशा खुला रहता है, राहगीर शौच को आते और देखकर वापस चले जाते है। वही मामले की संपूर्ण जानकारी के लिए केयर टेकर नीलम सिंह से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होेंने फोन काट दिया। पंचायत सचिव सुबोध से बात किया गया तो उनका कहना था कि अभी हाल ही में उक्त पंचायत का जार्च मिला है मामले की जानकारी है कार्ययोजना में डाल दिया गया है जल्द ही शौचालय दुरूस्त करवा दिया जाएगा। वही खण्ड विकास अधिकारी त्रिवेदीगंज का कहना है कि अगर मुझे इस सम्बन्ध में शिकायत मिलती है जांच करायी जाएगी।