हमीरपुर : जिला अस्पताल में इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए युवती की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया और स्टाफ के साथ धक्का मुक्की की। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से मामला शांत किया।
सदर कोतवाली के मेरापुर मोहल्ला निवासी रुचि निषाद (21) पुत्री रामप्रकाश ने गुरुवार को सूने घर में दरवाजे के रोशनदान में साड़ी का फंदा बनाकर उसमें झूल गई। जब उसकी छोटी बहन प्राची घर पहुंची तो उसने फंदे में बहन को लटका देखा। जिसके चिल्लाने पर मोहल्ले के लोग एकत्र हुए और रुचि को तत्काल जिला अस्पताल ले गए। जहां पर इमरजेंसी में मौजूद डा.विपिन राजपूत ने युवती को मृत घोषित कर दिया। स्वजन के कहने पर उन्होंने ईसीजी मशीन भी चेकअप के लिए मंगवाई। लेकिन उसे लाने में स्टाफ को करीब आधा घंटा लग गया। जिस पर स्वजन आक्रोशित हो गए और ईसीजी की जांच के बाद मौत की जानकारी होते ही वह भड़क गए और अस्पताल कर्मियों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। इमरजेंसी में मौजूद स्टाफ के साथ लोगों ने अभद्रता भी की और मेज पर रखा सामान भी फेंक दिया। जब इसकी सूचना स्टाफ ने पुलिस को दी। जिस पर मौके पर पहुंचे अपराध निरीक्षक गुलाबचंद्र सोनकर ने पीड़ित परिवार से घटना की जानकारी ली और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।