हमीरपुर : हमीरपुर डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन हमीरपुर व प्रोग्रेसिव एण्ड प्रैक्टीसिंग बार एसोसिएशन हमीरपुर के संयुक्त तत्वावधान में परिवार न्यायालय में नियुक्त पीठासीन अधिकारी के विरूद्ध अधिवक्ताओं द्वारा की गई हड़ताल 17वें दिन भी जारी रही और अधिवक्ताओं ने प्रभातफेरी निकालकर सड़क में प्रदर्शन किया और सड़क में बैठकर चक्काजाम करते हुए जमकर नारेबाजी की।
गुरुवार को अधिवक्ताओं की हड़ताल मे बार काउंसिल आफ उ.प्र.के सदस्य व बार काउंसिल आफ इंडिया के उपाध्यक्ष अरूण त्रिपाठी एडवोकेट शामिल हुए। जिन्होंने अपने संबोधन मे कहा कि ऐसे पवित्र न्याय के मंदिर में इस तरह के अमर्यादित कार्यशैली वाले अधिकारी को बैठने की जरूरत नहीं है। अधिवक्ता कर्मयोगी है, वह न्याय के मंदिर के पुजारी है, खुले आसमान व टीनशेड के नीचे बैठकर तपस्या करते है। गरीबों की पैरवी करते है। हमीरपुर की बार संघ द्वारा किया जा रहा आंदोलन संयमित है। उनके इस आंदोलन को मुख्य न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय इलाहाबाद व बार काउंसिल के समक्ष रखा जायेगा। यदि किसी भी प्रकार से बात नही बनी तो इसे प्रदेश व्यापी आंदोलन बनाएंगें। आंदोलन में घाटमपुर बार संघ के अध्यक्ष, महामंत्री व अन्य कई अधिवक्ताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और हमीरपुर बार संघ द्वारा घोंषित राष्ट्रीय लोक अदालत के बहिष्कार के निर्णय को सही ठहराया। क्रमिक अनशन में भगवानदास दीक्षित, महेश प्रसाद गुप्ता, (कैप्टन) यूसुफ, गौतम वर्मा, उदय प्रताप सिंह बैठे। धरने का संचालन महामंत्री देवी प्रसाद शुक्ला ने किया। इस मौके पर फूल सिंह कुशवाहा, राजेंद्रवीर सिंह चौहान, गोविंदराम द्विवेदी, शैलेंद्र सचान, अजय पांडेय, रामदत्त पाठक, वीरेंद्र यादव, हरपाल सिंह, धर्मेंद्रदत्त बाजपेई, कृष्णचंद्र सिंह, मसजूद खां, आशुतोष सिंह गौर सहित सैकड़ो अधिवक्ता उपस्थित रहे। अधिवक्ताओं के प्रदर्शन को देखते हुए सदर कोतवाली, महिला थाना समेत विभिन्न थानों का पुलिस बल मौजूद रहा।