हमीरपुर : पीठासीन अधिकारी के विरोध में 15वें दिन भी अधिवक्ताओं की हड़ताल रही। मंगलवार को अधिवक्ताओं ने प्रभातफेरी निकालकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी करते हुए अपना क्रमिक अनशन जारी रखा। अधिवक्ताओं ने कहा कि जब तक उनकी समस्याओं का निराकरण नही होता वह अपनी हड़ताल जारी रखेंगें।
अधिवक्ताओं ने कहा कि पीठासीन अधिकारी ने अधिवक्ताओं के ऊपर अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाया है जो कि पूरी तरह से गलत और निंदनीय है। पीठासीन अधिकारी द्वारा बीते एक माह के अंदर करीब तीन सौ से अधिक मुकदमे बना सुनवाई के खारिज कर दिए गए। जब कि वादकारी न्यायालय के बाहर पुकार पर उपस्थित थे। पीठासीन अधिकारी क कार्यशैली से सभी अधिवक्ता परेशान है।
प्रशासनिक न्यायमूर्ति द्वारा कोई आश्वासन न मिलने व ठोस कार्रवाई न होने के कारण अधिवक्ताओं ने सोमवार से क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। मंगलवार को भी क्रमिक अनशन चलता रहा। मंगलवार की सुबह अधिवक्ताओं ने सामूहिक रूप से प्रभात फेरी कचहरी परिसर से निकाली जो बस स्टैंड, कलेक्ट्रेट होते हुए अन्य स्थानों में घूमी। वहीं अधिवक्ताओं ने बस स्टैंड के पास सड़क पर बैठकर नारेबाजी की और तहसील परिसर वापस पहुंचकर क्रमिक अनशन जारी रखा। इस मौके पर राजेंद्रवीर सिंह चौहान, हरीशंकर, मिथलेश शुक्ला, शैलेंद्र सचान, सुधीर नगायच, फूलसिंह कुशवाहा, देवेंद्र शुक्ला, देवी प्रसाद शुक्ला, जगत मिश्रा, प्रशांत चंदेल, राघवेंद्रशरण त्रिपाठी, संदीप चंदेल, अश्वनी द्विवेदी, सुरेश सिंह गौर मौजूद रहे।