बाराबंकी। सांसद उपेंद्र सिंह रावत पर भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर भरोसा किया है। लोकसभा चुनाव 2024 फिर लड़ेंगे। शनिवार की शाम भाजपा नेतृत्व की ओर से जारी हुई प्रत्याशियों की सूची में उपेंद्र सिंह रावत का नाम देखकर लोग बधाई देने लगे।
वर्ष 2017 में भाजपा के टिकट पर उपेंद्र सिंह रावत जैदपुर विधायक चुने गए। 2019 में (बाराबंकी सुरक्षित लोक सभा) से तत्कालीन सांसद प्रियंका सिंह रावत का टिकट काटकर भाजपा नेतृत्व ने विधायक उपेंद्र सिंह रावत को टिकट दिया।
2019 में गठबंधन के प्रत्याशी को दी थी करारी शिकस्त
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी की लहर में प्रियंका सिंह को 4,54,214 वोट मिले थे, लेकिन उपेंद्र सिंह रावत ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 5,35,917 पाकर सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी राम सागर रावत को करारी शिकस्त दी थी। अपने संसदीय कार्यालय में सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने जन समस्याओं के निराकरण दौरान अपना आपा भी खोया, इनके मुंह से कई बार अपशब्द भी निकल गए, पर बात जनहित से जुड़ी होने के कारण पार्टी नेतृत्व ने सकारात्मक रुख अपनाया।
भाजपा ने दोबारा जताया भरोसा
2024 के लोकसभा चुनाव में दोबारा भरोसा किया। इसके लिए सांसद ने पार्टी नेतृत्व का आभार जताया। जागरण से बात करते हुए कहा कि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है, जिसमें हम जैसे सामान्य परिवार के व्यक्ति को इस तरह से सम्मान मिल सकता है। पार्टी नेतृत्व ने पांच साल की मेहनत का सही मूल्यांकन किया है। पीएम मोदी की जनकल्याणकारी नीयत व नीतियों को जनता के बीच पहुंचाने का काम करेंगे। तीसरी मोदी सरकार बनेगी।