अल्मोड़ा। कयासों पर विराम लग चुका है। तस्वीर साफ हो चुकी है और अब फिर से 2024 के चुनावी रण में मौजूदा सांसद अजय टम्टा भाजपा के कमल के साथ प्रतिद्वंद्वियों के सामने होंगे। अजय के रूप में जो चेहरा भाजपा ने पिछले दो चुनावों में उतारा, वह न सिर्फ अजेय रहा, बल्कि 2019 की बड़ी जीत ने इस सीट के इतिहास में एक नया अध्याय भी जोड़ दिया।
चौथी बार भाजपा के सहारे संसदीय क्षेत्र से मैदान में उतर रहे अजय टम्टा के सामने ऐतिहासिक जीत को दोहराने की चुनौती भी है। कुमाऊं की इस संसदीय सीट पर दावेदारों की सूची लंबी थी। मौजूदा सांसद अजय टम्टा रेस में पहले नंबर पर थे तो सोमेश्वर विधायक रेखा आर्य, पूर्व विधायक मीना गंगोला के साथ ही समीर आर्य, सज्जन लाल आदि के नाम भी चर्चाओं में रहे।
कई कयास पर लगा विराम
माना जा रहा था कि पिछले दो चुनावों के बाद इस बार भाजपा चेहरा बदल सकती है। कयास यह भी था कि महिला उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। कार्यकर्ताओं के बीच से भी टिकट बदलाव की बात कही जा रही थी, लेकिन सभी अटकलों पर भाजपा हाईकमान ने शनिवार को विराम लगा दिया और टिकट रूपी फूल अजेय हाथों में दे दिया।
संघ के करीबी होने का मिला फायदा
अजय टम्टा को संघ के करीबी होने का फायदा मिला। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का साथ भी काम आया। यही कारण था कि केंद्रीय नेतृत्व को नाम फाइनल करने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हुई।