बुलंदशहर। लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा हाईकमान ने लगातार तीसरी बार लोकसभा में कमल खिलाने की जिम्मेदारी सांसद भोला सिंह को दी है। शनिवार को टिकट की घोषणा होते ही जिले में पार्टी कार्यालय पर पदाधिकारियों ने जश्न मनाया। पिछले लोकसभा चुनाव में भोला सिंह ने 2.90 लाख मतों से जीत दर्ज की थी।
अगले माह में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। भाजपा ने लगातार तीसरी बार सांसद भोला सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है। पिछले दो चुनावों की तरह इस बार भी पार्टी को उम्मीद है कि जिले में कमल खिलाने में भोला सिंह सफल होंगे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भोला सिंह ने 6.81 लाख वोट हासिल करते हुए 2.90 लाख के बड़े अंतर से बसपा के योगेश वर्मा को हराया था।
कुल 11.25 लाख वोटों में से 6.81 लाख वोट भोला सिंह ने हासिल किए थे। जबकि 2014 के लोकसभा चुनाव में भोला सिंह ने 6.04 लाख वोट हासिल करते हुए बसपा के प्रदीप कुमार जाटव को 4.21 लाख वोटों से हराया था। इस बार गठबंधन में कांग्रेस के खाते में सीट जाने और बसपा की ओर से बिना गठबंधन चुनाव लड़ने से स्थिति फिर एकतरफा हो सकती है। रालोद के एनडीए में शामिल होने का फायदा भी भोला सिंह को मिलेगा।
1999 में मेरठ से किया था स्नातक
पिछले लोकसभा चुनाव में दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक सांसद भोला सिंह ने वर्ष 1999 में मेरठ विवि से स्नातक की डिग्री हासिल की थी। भोला सिंह ने अपनी कुल संपत्ति की कीमत 1.3 करोड़ रुपये दर्शाई थी। जबकि आय के तौर पर उन्होंने 19.11 लाख रुपये प्रति वर्ष वेतन और बैंक ब्याज से दर्शाए थे।
रालोद से की थी राजनीति की शुरूआत
भोला सिंह ने राजनीति की शुरूआत शिकारपुर से की थी। वह 2007 में रालोद के टिकट से विधानसभा चुनाव लड़े थे और बहुत कम अंतर से हार हुई थी। 2009 में उन्होंने भाजपा ज्वाइन की थी। उसी दौरान कल्याण सिंह का भाजपा नेतृत्व से विवाद हुआ और उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। भोला सिंह कल्याण सिंह के साथ जनक्रांति पार्टी में चले गए थे। उसके बाद कल्याण सिंह के साथ फिर से भाजपा में शामिल हुए थे। 2014 में भाजपा के टिकट से वह पहली बार सांसद बने।
इन दावेदारों को मिली मायूसी
लोकसभा चुनाव के लिए टिकट की रेस लगा रहे जिले के 10 से अधिक दावेदारों को मायूसी हाथ लगी है। टिकट की रेस में राज्यसभा सांसद कांता कर्दम, भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारी दुष्यंत गौतम, खुर्जा विधायक मीनाक्षी सिंह, पूर्व विधायक होराम सिंह, भाजपा प्रदेश मंत्री अमित वाल्मीकि, पूर्व जिला जज दिवाकर सिंह, पूर्व विधायक मुंशी लाल गौतम, ईएनटी चिकित्सक डाॅ. वीरेंद्र कुमार समेत अन्य भाजपा के पदाधिकारी लोकसभा से टिकट के लिए दावेदारी पेश कर रहे थे।