हमीरपुर : परिषदीय स्कूलों में गैस सिलेंडर में खाना बनाने के आदेश के बाद भी कई स्कूलों में अभी भी रसोइयों को चूल्हा फूंकना पड़ रहा है। जिससे उन्हें परेशान हो रही है। विकासखंड सुमेरपुर के टिकरौली गांव स्थित एक विद्यालय का ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है।
विकासखंड सुमेरपुर के टिकरौली गांव स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में मिड-डे मील बनाने के लिए अभी भी चूल्हे का प्रयोग किया जा रहा है। यहां की रसोइयों को घंटों चूल्हा फूंककर आंसू बहाना पड़ता है। जिसके बाद वह सैकड़ों बच्चों को भोजन तैयार कर पाती हैं। लेकिन प्रधानाध्यापक इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है और रसोइयों को समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। प्रधानाध्यापक की मनमानी के कारण रसोइयों को आंसू बहाने पड़ रहे हैं। इस संबंध में बीएसए आलोक सिंह ने कहा कि वह मामले की जांचकर आवश्यक कार्रवाई करेंगें।