- तहसील संपूर्ण समाधान दिवस पर लिखित शिकायत कर मरीज रामू ने लगाए थे गंभीर आरोप, शिकायत के 09 दिन बाद भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची किसी
- न्याय न मिलने पर शिकायतकर्ता मरीज रामू दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर
निष्पक्ष प्रतिदिन/लखनऊ
राजधानी के बीकेटी में भैंसामऊ क्रासिंग पर स्थित एपेक्स हॉस्पिटल पर मरीज रामू ने गंभीर आरोप लगाते हुए तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायत 20 फ़रवरी को शिकायत की थी। दरअसल मरीज रामू का कहना है कि उसकी गलत जांच और गलत रिपोर्ट के कारण उसको मानसिक और आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि मामले की जांच की जा रही है।लेकिन धनबल के आगे अभी तक हॉस्पिटल के खिलाफ चल रही जांच बेमानी साबित हो रही है।अपनी शिकायत में हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ मरीज रामू ने आरोप लगाया है कि नियम कायदों को ताक पर रखकर मरीजों का इलाज कर किया जा रहा है। जिससे मरीजों को जान का खतरा बना हुआ है।
इसी का शिकार मरीज रामू हुआ है। इसकी शिकायत तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में आला अधिकारियों से की है। अस्पताल की गलत जांच रिपोर्ट और गलत इलाज के कारण मरीज को मानसिक और आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।एपेक्स हॉस्पिटल द्वारा गलत रिपोर्टों के आधार पर एडमिट कर प्रार्थी के साथ व मेडिकल प्रोफेशन के साथ धोखा करने के अलावा सरकारी धन को गलत तरीके से हड़पने की लिखित शिकायत की गई।लेकिन रामू को शिकायत किये आज पूरे 09 दिन हो गए हैं।लेकिन धनबल के आगे अभी तक जांच हॉस्पितल तक नहीं पहुंच पाई है। पीड़ित रामू को अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है।फिलहाल जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि हॉस्पितल में नियमों के तहत कार्य हो रहा है या फिर नियमों को तक पर रखकर मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा हैं।मरीज रामू ने शिकायत के 09|
बता दें कि योगी सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाने की मंशा पर बख्शी का तालाब स्थित निजी अस्पताल एपेक्स पानी फेर रहा है। दरअसल स्वास्थ्य विभाग के पास निजी अस्पतालों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए बेहतर तंत्र नहीं है। इसी वजह से निजी अस्पताल मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ से बाज नहीं आ रहे हैं।ऐसा ही एक नजारा 19 फ़रवरी को बीकेटी में भैंसामऊ क्रॉसिंग स्थित एपेक्स हॉस्पिटल में देखने को मिला।जहां 15 फ़रवरी को ग्राम पंचायत सरैंया बाजार मजरा रामपुर बेहड़ा निवासी रामू पुत्र स्व.रामचरन तबियत खराब हो जाने पर एपेक्स हॉस्पिटल दवा लेने गया था
हॉस्पिटल में डा. डीपी वर्मा द्वारा प्रार्थी को देखने और जाँच करने के बाद एडमिट कर लिया गया था और कहा गया कि तुम्हारी तबियत बहुत खराब है।15 फ़रवरी की रात में सीबीसी, एलएफटी, एक्सरे आदि जांचे हॉस्पिटल में ही कराया गया और रामू को बताया गया कि उसका स्वास्थ्य काफी खराब है। इलाज का खर्च आयुष्मान कार्ड द्वारा लिया गया।वहीं 19 फ़रवरी को जब रामू को डिस्चार्ज किया गया तो उसकी तबीयत ठीक नहीं थी। डिस्चार्ज के समय रामू की जाँच के लिए कहा गया , तो उसने पर्ची पर लिखा देखा कि रामू की सभी जाँचों की रिपोर्ट नार्मल चाहिए , जो डिस्चार्ज के लिए आवश्यक है।
हॉस्पितल से डिस्चार्ज होने के बाद पीड़ित रामू ने तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में एपेक्स हॉस्पिटल द्वारा गलत रिपोर्टों के आधार पर एडमिट कर प्रार्थी के साथ व मेडिकल प्रोफेशन के साथ धोखा करने के अलावा सरकारी धन को गलत तरीके से हड़पने की लिखित शिकायत की गई।लेकिन रामू को शिकायत किये आज पूरे 09 दिन हो गए हैं।लेकिन धनबल के आगे अभी तक जांच किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पाई है।जिससे पीड़ित रामू अभी तक न्याय पाने के लिए दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है।