बलिया। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजीत कुमार गुप्ता ने तरबूज, कुलसचिव एसएल पाल ने केला, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉक्टर अजय कुमार चौबे ने पपीता पौधा लगाकर कृषि फार्म पर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि सफलता प्राप्त करने के लिए ईमानदारी से मेहनत करना चाहिए। कृषि विभाग को शोध एवं नवाचार के लिए करीब 2 एकड़ का कृषि शोध फॉर्म मुहैया कराया गया।इससे कृषि के छात्रों को शोधपरक कार्य करने के लिए तथा प्रयोगात्मक कार्य कर दक्ष एवं कुशल बनने में सहायक होगा। इस अवसर पर कृषि विभाग के छात्र उत्साहित दिखें और सभी छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।
उद्यान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अमित कुमार सिंह ने बताया कि जायद की फसल पर सूरजमुखी की एक एकड़ में फसल लगाई गई तथा पपीता एवं केला भी 100-100 पेड़ लगाया गया। उन्होंने पपीते के गुण के बारे में बताया कि पपीते में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है तथा लगाई गई वैरायटी ताइवान है, जो की एक बौनी किस्म की वैरायटी है। इसकी कुल लंबाई 3.5 से 4 फीट ही होती है तथा यह लगभग 6 महीने में फल देने योग्य हो जाएगी। वही केले के रूप में जी 9 वैरायटी को लगाया गया, यह भी एक नन्ही प्रजाति है तथा 12 से 13 माह में यह फल देने लगेगा। केले में कार्बोहाइड्रेट की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा कुकुर विटेशी फैमिली की सब्जियों का भी रोपण किया गया।
यह सब्जियां मानव आहार का प्रमुख अंग है इन्हें बेल वाली सब्जियों के रूप में भी जाना जाता है। इनमें प्रचुर मात्रा में आवश्यक विटामिन, मिनरल्स पाया जाता है। इस वर्ग में ककड़ी ,खीरा, तरबूज ,खरबूज, लौकी ,नेनुआ, करेला कद्दू अन्य पौधो को लगाया गया। कृषि विभाग के प्रभारी डॉक्टर लाल विजय सिंह ने जायद मौसम में लगने वाली सब्जियों और फलो को लगाने कि वैज्ञानिक विधियों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। इस अवसर पर कृषि विभाग के डॉ विपिन यादव, डॉ विनीत शाही, डॉ अमर सिंह गौड़, डॉ ऋषभ मौर्य सहित अन्य छात्र छात्राएं मौजूद रहे।