बाहरी दिल्ली। नरेला थाना क्षेत्र से पांच दिनों से लापता एक स्कूल सह-संचालिका व भाजपा कार्यकर्ता का शव संदिग्ध हालात में बुधवार को उनके ही स्कूल के कार्यालय से मिला। मृतका की शिनाख्त वर्षा(32) के रूप में हुई है। इसकी सूचना स्वजन ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए शवगृह में रखवा दिया है।
नरेला थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि वर्षा के साझेदार व उसके दोस्त सोहन लाल ने सोनीपत के हरसाना के पास ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी कर ली है।
स्कूल में लगा था ताला
मृतका के पिता ने बताया कि कुछ समय पहले वर्षा ने नरेला क्षेत्र में ही एक युवक के साथ साझेदारी में एक प्ले स्कूल खोला था। बीते 23 फरवरी को वह स्कूल तो आई, लेकिन घर वापिस नहीं लौटी। तलाशते हुए स्कूल के पास पहुंचे तो, स्कूल में बाहर से ताला लगा मिला।
गुमशुदगी की रिपोर्ट हुई दर्ज
सगे-संबंधियों से भी जानकारी ली, कुछ पता नहीं चलने पर बीते 24 फरवरी को नरेला थाना पहुंच, इसकी शिकायत पुलिस से की। पीड़ित की शिकायत के आधार पर पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
स्कूल के अंदर से आने लगी बदबू
पीड़ित परिवार ने बताया कि इस दौरान बेटी के साझेदार से संपर्क करने की कोशिश की, तो उसका कुछ पता नहीं चला। इस बीच बुधवार को स्कूल के आसपास रहने वाले लोगों ने स्कूल के अंदर से बदबू आने की जानकारी दी। जिस पर पीड़ित परिवार ने स्कूल का ताला तोड़ देखा, तो वर्षा का शव स्कूल कार्यालय में नीचे फर्श पर पड़ा मिला।
हत्या करने के बाद आत्महत्या की आशंका
बाहरी-उत्तरी जिला के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने आशंका जताई है कि वर्षा की हत्या करने के बाद सोहन लाल ने खुदकुशी कर अपनी जान दे दी है। वर्षा परिवार के साथ ए-ब्लॉक स्वतंत्र नगर में रहती थी। पति से तलाक होने के बाद यह अपने पिता के साथ रहती थी। हाल ही में एक प्ले स्कूल खोला था। स्कूल में लगभग सारा काम पूरा हो चुका था। अप्रैल में शुरुआत होना था।
सोनीपत में मिला वर्षा का मोबाइल
सूत्रों के अनुसार, बीते 24 फरवरी को वर्षा के पिता ने बेटी के मोबाइल पर कॉल किया तो किसी अनजान व्यक्ति ने फोन उठाया। बताया कि जिसका फोन है, ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी करना चाहता है। इसको मरने से रोका हुआ है।
वीडियो कॉल करने पर देखा कि सोहन लाल को कई लोगों ने पकड़ा हुआ है। वर्षा का परिवार भागकर सोनीपत के हरसाना गांव पहुंचा। वहां पर सोहन तो नहीं मिला, लेकिन ग्रामीणों से वर्षा का मोबाइल फोन मिल गया। लोगों ने बताया कि सोहन लाल कहीं निकल गया। स्वजन उसी दिन वापस दिल्ली पहुच नरेला थाना में वर्षा की गुमशुदगी दर्ज करा दी।
पहले तलाशी में नहीं मिला था शव
गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद स्वजन स्कूल पहुंच स्कूल में बेसमेंट व बाकी जगह देखा। लेकिन वर्षा का कुछ पता नहीं चल सका था। इस बीच किसी ने आफिस पर लगे लोहे के शटर को उठाकर नहीं देखा। स्वजन सोहन को काल करते रहे, उसका भी नंबर नहीं लगा। न ही वर्षा का कुछ पता चल पा रहा था।
रेलवे ट्रैक से मिल गया था सोहन का शव, पहचान नहीं
बुधवार को जांच के दौरान दिल्ली पुलि को रेलवे पुलिस से पता चला कि 25 फरवरी को बड़ौता, सोनीपत के पास रेलवे ट्रैक से एक शव बरामद हुआ है। शव सोहन लाल का ही बताया जा रहा है। दिल्ली पुलिस की एक टीम सोहन के परिवार को लेकर सोनीपत रवाना हो गई है। हालांकि की शव सोहन लाल का ही है, लेकिन उसकी औपचारिक पहचान बाकी है।