उरई। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ की जिला कार्यकारिणी की बैठक बुधवार को झांसी रोड स्थित कार्यालय में हुई। इस दौरान विभाग द्वारा बिना संशाधन मुहैया कराए स्कूलों में डिजिटलाइजेशन के दबाव का विरोध जताया गया और निर्णय लिया गया कि संगठन की 18 सूत्रीय मांगों पर शिक्षक एक मार्च से पांच मार्च तक शिक्षक हाथ में काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करेंगे। इसके बाद भी उनकी समस्याओं का निदान नहीं किया जाता है तो 11 मार्च को बीएसए कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे।
अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष आलोक पाठक ने कहा कि विभाग शिक्षकों की समस्याओं के निदान करने की बजाय उन पर दबाव बना रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रतिकर, आकस्मिक अवकाश जैसे मामले में देरी की ज रही है। प्रधान संरक्षक रामबालक व्यास ने कहा कि बेसिक स्कूल के विद्यालय सुदुर क्षेत्रों में है। जहां नेटवर्क की समस्या है। ऐसे में डिजिटाइलेशन को लागू करना व्यवहारिक दृष्टि से ठीक नहीं है।
शिक्षक विभाग के आदेश को मानने को तैयार हैं, लेकिन पहले उन्हें विभागीय सिम दी जाए और उनकी समस्याओं को निदान किया जाए। जिला महामंत्री विशाल रावत ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली जैसे मुद्दे पर शिक्षक पीछे नहीं हटेंगे। इस दौरान अवनीश गुप्ता, सुशील दुबे, महेश निरंजन, मूलनारायण राठौर, राजकिशोर रिछारिया, देवसिंह परिहार, शिवराम त्रिपाठी, सुनील निरंजन, प्रमोद शुक्ला, श्रीमोहन, शिशुपाल सिंह, योगेश निरंजन आदि मौजूद रहे।