इटावा। आरोग्य मेलों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के न पहुंचने से मरीज भी न के बराबर पहुंच रहे हैं। रविवार को पिपरौली गढि़या पर तैनात चिकित्सक की ड्यूटी पोस्टमार्टम में लगी होने से सिर्फ फार्मासिस्ट ने ही मरीज देखकर दवाएं दीं।
शासन की प्राथमिकता पर चलाया जा रहा आरोग्य मेला डॉक्टरों और स्टाफ की कमी से लोगों को लाभ नहीं दे पा रहा है। पीएचसी पर लगने वाले मेलों में विशेषज्ञों के न आने से मरीजों ने आना कम कर दिया है। भरथना के बाहरपुर गांव में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रविवार को आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में डॉ. जितेंद्र बाजपेयी ने दोपहर साढे 12 बजे तक 31 मरीज देखे।
उन्होंने बताया कि ज्यादातर मरीज वायरल के आए हैं। चकरनगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हनुमंतपुरा और पिपरौली गढ़िया केंद्र पर मरीज नहीं पहुंच रहे हैं। हनुमंतपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉ. राकेश यादव की ओर से आरोग्य मेले आयोजन किया गया। इसमें दो बजे तक मात्र आठ मरीज देखे गए। पिपरौली गढ़िया केंद्र पर डॉ. वरुण चौधरी की अनुपस्थिति में फार्मासिस्ट ने मरीज देखे। तीन बजे तक कुल 16 मरीज आए। सीएमओ डॉ. गीताराम ने बताया कि आरोग्य मेले में सभी डॉक्टरों को पहुंचने के निर्देश हैं। डॉक्टर वरुण की पोस्टमार्टम ड्यूटी थी। यही कारण रहा कि वह उपस्थित नहीं हो सके। जिन केंद्रों पर डॉक्टर नहीं पहुंच रहे हैं, उनसे जवाब-तलब किया जाएगा।