गोंडा। ग्रामीण बैंकों का एकीकरण करते हुए राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना किए जाने की मांग को लेकर शुक्रवार को बैक कर्मियों ने एक दिवसीय हड़ताल कर क्षेत्रीय कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान यूपी ग्रामीण बैंक की सभी 91 शाखाओं पर हड़ताल का असर देखने को मिला। जिससे करीब 150 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ। 27 व 28 मार्च को देशभर के ग्रामीण बैंककर्मी दो दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे।
प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के क्षेत्रीय अभिषेक सिंह ने बताया कि जिले में 208 से अधिक कर्मचारी हड़ताल पर रहे। ग्रामीण बैंक के सबसे बड़े संगठन अरेविया के आह्वान पर प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक अधिकारी एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक एम्प्लाइज यूनियन और प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण समिति के पदाधिकारी व सदस्य शामिल हुए। उन्होंने बताया कि पूरे देश में 43 ग्रामीण बैंकों की 22 हजार शाखाएं हैं। 34 हजार करोड़ के रिजर्व मनी के साथ बैंकिंग जगत में शीर्ष महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त करने के बावजूद ग्रामीण बैंक भारत सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैये के शिकार हैं। क्षेत्रीय प्रबंधक दीपक को ज्ञापन सौंपने वालों में विपिन मिश्रा, सुधीर शुक्ला, केके पांडेय, नीतीश कुमार, प्रीतम वत्स, दीपंकर सिंह, नीरज नायक, सतीश कुमार व अन्य रहे।