समाजवादी पार्टी को छोड़कर बुंदेलखंड के इकलौते ब्लाक प्रमुख जयनरायन सिंह यादव भाजपा में शामिल हो गए। 16 वर्ष के कार्यकाल 2005 से 2021 तक इन्होंने 20 चुनाव लड़े और 18 में जीत हासिल की।
सुमेरपुर के ब्लाक प्रमुख जयनरायन सिंह यादव को सपा में मजबूत स्तंभ माना जाता था। बुधवार को उन्होंने भाजपा प्रदेश कार्यालय में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक व केशव मौर्या, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, भाजपा नेता अमरपाल मौर्या की मौजूदगी में भाजपा का दामन थाम लिया।
उन्होंने सचिवालय की नौकरी छोड़कर 2005 में प्रधान पद का चुनाव बड़ागांव से लड़ा और जीता। वह 10 वर्ष प्रधान रहे। 2015 में मां सुमित्रा देवी को प्रधान बनाने में सफल रहे। मां की मौत के बाद बहन सुमन यादव को इंचार्ज प्रधान बनवाया। उपचुनाव में अनुज बहू कुसुम उर्फ रूबी को प्रधान बनाने में सफल रहे।
यह वर्ष 2010 में ब्लाक प्रमुख का चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन बसपा विधायक अशोक सिंह चंदेल के कारण नामांकन नहीं करा सके थे। बाद में 2012 में इन्होंने ब्लाक प्रमुख हरिदास सविता के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कराया और पत्नी सुमन यादव को ब्लाक प्रमुख बनाने में सफल रहे। इसके बाद 2015 में यह बीडीसी बने और ब्लाक प्रमुख बनने में सफल रहे।
वर्ष 2018 में भाजपा इनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाई लेकिन यह अविश्वास जीतने में सफल हो गए। 2021 में हुए चुनाव में भाजपा के कड़े विरोध के बाद भी यह ब्लाक प्रमुख बनने में कामयाब हो गए थे। सपा छोड़कर भाजपा में शामिल होने से सपा को करारा झटका लगा है क्योंकि सपा में इनको मजबूत स्तंभ माना जाता था। फरवरी माह में सपा को यह दूसरा झटका है। चरखारी की पूर्व विधायक अम्ब्रेश कुमारी भी सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गई हैं।