अमेठी। जायस कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत एक पुल के नीचे खेत की झाड़ियों में मां की ममता को शर्मशार करते हुए जन्म देने वाली मां अपनी नवजात बेटी को लावारिस छोड़ दिया। नित्य क्रिया करने गए ग्रामीणों को झाड़ियों से बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी। पास जाने पर देखा कि कपड़े और चादर से ढकी एक बच्ची चीख रही थी। ग्रामीणों ने सूचना डायल 112 पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को लेकर सीएचसी फुरसतगंज पहुंचाया। डॉ. इस्तियाक ने बताया कि बच्ची का इलाज चल रहा है और वह अब खतरे से बाहर है।
कोतवाली क्षेत्र जायस के मोजमगंज स्थित टिकरा पुल के पास खेत में झाड़ियों के बीच एक लावारिस नवजात बच्ची मिली। इसकी जानकारी तब हुई जब सुबह ग्रामीण नित्य क्रिया के लिए पुल की तरफ गये हुए थे। उस दौरान पुल के नीचे झाड़ियों में से किसी के रोने की आवाज सुनाई दी। जब ग्रामीणों ने पास जाकर देखा तो कपड़े और चादर में लिपटी नवजात बच्ची रो रही थी। ग्रामीणों ने इसकी सूचना फौरन डायल 112 पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची डायल 112 पुलिस ने बच्ची को लेकर सीएचसी फुरसतगंज पहुंचाया। सीएचसी में मौजूद डॉ. इस्तियाक ने बच्ची का इलाज किया और अब वह खतरे से बाहर है।
डॉ. इस्तियाक ने बताया कि बच्ची को ठंड लग गई थी, थोड़ी देर और न लाया गया होता तो हाइपोथर्मिया के साथ अन्य बीमारियां भी हो सकती थी। फिरहाल अभी तक बच्ची को लेने के लिए कोई संस्था या फिर चाइल्ड केयर की टीम अस्पताल से संपर्क नहीं किया है। हालांकि इस कलंकित कहानी की चर्चाएं जोरों पर है।