हमीरपुर : चौरा देवी मंदिर परिसर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन रविवार को कथा व्यास शीतल संत मुरारीदास महाराज ने उपस्थित श्रोताओं को वामन अवतार, समुद्र मंथन व कृष्ण जन्म की कथा सुनाई और धूमधाम से श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया।
वृंदावन धाम से आए कथा व्यास ने चौथे दिवस की कथा में वामन अवतार, समुद्र मंथन, कृष्ण जन्मोत्सव की कथा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि अमरत्व पाने के लिए कंस ने घोर तपस्या की, जिस पर प्रसन्न होकर शिव ने उन्हें दिव्य धनुष प्रदान किया। जिसे लेने के बाद उसने अपने पिता को बंधक बनाकर जेल में डाल दिया और खुद राजा बन गया। उसने अपनी बहन देवकी का विवाह वसुदेव के साथ किया। विदा करते समय आकाशवाणी हुई कि देवकी का आठवां पुत्र तेरा काल होगा। इस बात से कुंठित कंस ने देवकी का वध करना चाहा, इस पर वसुदेव ने कहा कि में आठवां पुत्र उसे पैदा होते ही दे देंगे। जिस पर कंस मान गया और कारावास में डाल दिया। भागवत कथा में कृष्ण जन्म की बधाई सुन श्रोता नाचने लगे और वातावरण कृष्णमय हो गया। कथा के दौरान महिलाओं ने श्रीकृष्ण आरती भी की। इस मौके पर आयोजक अवधेशचंद्र गुप्ता समेत उनकी पत्नी सरोज गुप्ता व अन्य श्रोता मौजूद रहे।