अयोध्या। 17 फरवरी से रामलला की दर्शन अवधि में परिवर्तन, नित्य की तीन आरतियों के लिए पास और श्रद्धालुओं के लिए विशिष्ट व सुगम दर्शन पास जारी करने की सुविधा प्रारंभ होगी। यह जानकारी ट्रस्टी डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने दी।
उन्होंने बताया कि रामलला का दर्शन सुबह सात के बजाय साढ़े छह बजे से प्रारंभ होगा। दोपहर 12 बजे की राजभोग आरती के बाद एक बजे तक के लिए मंदिर के गर्भगृह का पट बंद हो जाएगा। एक बजे के बाद ही फिर से रामलला का दर्शन शुरू होगा।
सुगम दर्शन के लिए 300 पास प्रत्येक स्लॉट में होंगे जारी
उन्होंने बताया कि नई व्यवस्था के अंतर्गत विशिष्ट व सुगम दर्शन पास भी जारी किए जाएंगे। ये पास निर्धारित स्लाट के अनुरूप ही जारी किए जाएंगे। सुगम दर्शन के लिए 300 पास प्रत्येक स्लॉट में जारी होंगे। इसमें 150 आनलाइन व 150 श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अनुशंसा पर बनेंगे। पूर्वाह्न 11 से दोपहर एक बजे तक की समयावधि के लिए दर्शन पास नहीं जारी किए जाएंगे।
100 विशिष्ट पास भी जारी होंगे
डॉ. मिश्र ने बताया कि सुगम के अलावा प्रत्येक स्लॉट के लिए 100 विशिष्ट पास भी जारी होंगे। ये पास ट्रस्ट सहित अन्य निर्धारित संस्थाओं के अनुमोदन पर बनेंगे। अब रामलला की तीन आरतियों के लिए पास जारी किए जाएंगे। अब तक दो ही आरती के लिए पास निर्गत होते थे। परिवर्तित व्यवस्था के अनुरूप सुबह चार बजे रामलला की मंगला, शाम सवा छह बजे श्रृंगार आरती व दस बजे की शयन आरती के लिए 100-100 पास जारी होंगे।
प्रत्येक आरती में 20 पास ऑनलाइन, 30 पास काउंटर से बनेंगे। शेष 50 पास ट्रस्ट की अनुशंसा पर बनेंगे। एक दिन पहले काउंटर से भी पास प्राप्त किए जा सकेंगे। अब तक मंगला और रात्रि में होने वाली शयन आरती के लिए 100-100 पास निर्गत होते थे। इनके भी बनने का क्रम पूर्ववत रहेगा।
छह स्लॉट में होंगे सुगम व विशिष्ट दर्शन
सुगम व विशिष्ट दर्शन के लिए रामलला की संपूर्ण दर्शन अवधि को छह स्लाट में विभाजित किया गया है। पहला स्लाट सुबह सात से नौ, दूसरा नौ से 11, तीसरा दोपहर एक से तीन बजे, चौथा अपराह्न तीन से पांच, पांचवां शाम पांच से सात बजे तथा छठां स्लाट शाम सात से रात्रि नौ बजे तक होगा। प्रत्येक स्लाट में विशिष्ट व सुगम दर्शन के लिए निर्धारित संख्या में पास जारी होंगे। इसके साथ ही सामान्य दर्शन व्यवस्था यथावत जारी रहेगी।