हमीरपुर : थाना बिवांर के पारा गांव में लूट के इरादे से घुसे बदमाशों ने बुजुर्ग भाई बहन की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। आठ फरवरी को दोनों की लाशें घर के अंदर मिली थी। घटना के छठवें दिन इस वारदात को अंजाम देने वाले को पुलिस ने बुधवार को तड़के मुठभेड़ के बाद दबोच लिया। इसके बाएं पैर में गोली लगी है। इसका एक और साथी गिरफ्तार हुआ है।
पारा गांव निवासी 70 वर्षीय कृष्णदत्त और उसकी 62 वर्षीय बहन केशकली के शव आठ फरवरी को उन्हीं के घर में मिले थे। शवों दो दिन पुराने थे। शुरू से ही इस घटना को लूट के इरादे से अंजाम देने की आशंका जताई जा रही थी। डीआईजी चित्रकूट धाम मंडल से लेकर अन्य उच्चाधिकारियों ने घटना स्थल का मुआयना किया था। एसपी ने घटना के खुलासे को लेकर पुलिस की पांच टीमें लगाई थी जो पहले दिन से इस वारदात के खुलासे में लगी हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों की गला घोंटकर हत्या की पुष्टि हुई थी।
बुधवार को तड़के बिवांर पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने लदार मोड़ के पास मुठभेड़ के बाद इस घटना में शामिल रहे मुख्य आरोपी पूरन पुत्र शंकरलाल को दबोच लिया। पूरन के बाएं पैर में गोली लगी है। इसका एक साथी और पकड़ा गया है।
पुलिस के अनुसार दोहरे हत्याकांड के मास्टमाइंड पूरन के विरुद्ध पहले से कई मामले दर्ज है। पूरन कृष्ण दत्त का पड़ोसी है। अस्पताल में पूरन ने बताया कि इस वारदात में उसके साथ दो और लोग शामिल थे। घर में घुसते ही उन्होंने पहले दोनों भाई बहन की हत्या कर दी और फिर इसके बाद जो भी हाथ लगा वो सामान लूटकर फरार हो गए। पुलिस की मानें तो पूरन इस घटना को अंजाम देने के बाद भी गांव में ही रुका रहा। जब इसके करीबी लोग पुलिस के रडार पर आए तब पूरन को पकड़े जाने का भय हुआ और यह गांव से फरार हो गया। बुधवार तड़के बिवांर थानाक्षेत्र के लदार मोड़ के पास पूरन और इसके साथियों की मौजूदगी का पता चलने पर पुलिस ने घेराबंदी की। पुलिस पर फायरिंग करने पर जवाबी फायरिंग में पूरन पैर में गोली लगने से घायल हो गया। इसका एक साथी और पकड़ा गया है।