अंबिकापुर। आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए को चुनौती देने के लिए आईएनडी गठबंधन को तैयार किया गया था। लेकिन, अब यह विपक्षी गठबंधन पूरी तरह बिखर चुका है। बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में ‘एकला चलो रे’ की बात कह दी है।
वहीं, इस गठबंधन के सूत्रधार कहे जाने वाले नीतीश कुमार एक बार फिर पाला पलट कर एनडीए में शामिल हो गए। वहीं, पंजाब में भी आम आदमी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने की बात कही है। विपक्षी गठबंधन से अलग होने वाले नेताओं ने एक सुर में यह बात कही है कि कांग्रेस ने सीट शेयरिंग में काफी देर कर दी है।
सीट शेयरिंग को लेकर देरी हुई: जयराम रमेश
यही सवाल जब कांग्रेस नेता जयराम रमेश से पूछा गया तो उन्होंने इस बात का मान लिया कि हां सीट शेयरिंग में देरी हुई है।
जयराम रमेश ने कहा,”मैं मानता हूं कि थोड़ी देरी हुई है। लेकिन यह एक मुश्किल काम है क्योंकि हम राज्यस्तर पर कुछ पार्टियों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।” आईएनडीआई गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए है। हम भाजपा को हराने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एकजुट हैं। इन मामलों को सुलझाने के लिए प्रयास किया जा रहा है थोड़ा समय लगा है।”
आप-टीएमसी के साथ बीच का रास्ता निकाला जाएगा: कांग्रेस सांसद
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “मैं मानता हूं कि यह पहले किया जाना चाहिए था, लेकिन इसमें कुछ कठिनाइयां थीं। डीएमके, एनसीपी, शिव सेना और समाजवादी पार्टी के साथ कोई समस्या नहीं है। कठिनाई तब होती है जब पश्चिम बंगाल और पंजाब की बात आती है। हमारा संगठन चुनाव लड़ना चाहता है यहां अधिक संख्या में सीटें हैं, आप और टीएमसी भी यही चाहते हैं। बीच का रास्ता निकाला जाएगा और कुछ ही दिनों में सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।”
बता दें कि नीतीश कुमार और जेडीयू के नेताओं ने कहा था कि कांग्रेस की वजह से विपक्षी गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर फैसला नहीं हो पा रहा।
अशोक चव्हाण को लेकर क्या बोले जयराम रमेश
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के भाजपा में शामिल होने पर जयराम रमेश ने दुख और भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, यह स्पष्ट है कि हमारे देश में काम करने वाली विशेष वॉशिंग मशीन बहुत शक्तिशाली है। कुछ लोगों के जाने का मतलब यह नहीं है कि कांग्रेस टूट जाएगी। थोड़ा दुख है लेकिन इसका पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा।