केवल दावों से नहीं भरते सड़कों के जख्म क्षेत्रीय लोगों की शासन प्रशासन से आस होती जा रही धूमिल
बाजार शुक्ल अमेठी। मुखिया के फरमान के बाद भी अफसरो ने सड़कों के घाव भरने में दिलचस्पी नहीं दिखाई जिससे सड़कों के घाव नहीं भरे जा सके। वाहनों के चक्के जवाब देते देखे जा रहे हैं। पैदल चलना भी दुश्वार देखा जा रहा है। लेकिन अफसर इस गंभीर समस्या के निस्तारण के लिए आगे नहीं आ रहे जिससे राहगीरों की राह आसान नहीं हो पा रही है। मुख मार्ग को लेकर किसान नेताओं द्वारा धरना प्रदर्शन कर दुरुस्तीकरण करने की भी सरकार सेअपील की गई। स्थानीय लोगों द्वारा संबंधित विभाग व सरकार से सड़क ना ही सही सड़क के गढ़ों में कंकर व तालकोल डालने की गुहार लगाई ताकि आवागमन सुगम हो सके।
तालाब बनी 500 मीटर सड़क राहगीर परेशान
कटरा तिराहे से रुदौली जाने वाला मुख्य मार्ग देवा हॉस्पिटल पं रामराज मिश्र महाविद्यालय व पूरे जीत तिवारी से खेममऊ के पास विगत वर्षों से तालाब बना देखा जा रहा है। ऐसा तब है जब इस मार्ग पर हॉस्पिटल महाविद्यालय सैकड़ो लोगों का आना-जाना होता है। मार्ग पर घुटनों तक पानी भरा होने के चलते प्रतिदिन दर्जनों राहगीर
इसमें गिरकर चोटिल चोटिल होते देखे जाते हैं। हॉस्पिटल कॉलेज जाने वाले सैकड़ो लोगों व छात्र-छात्राओं को मुसीबत उठानी पड़ती है। राहगीर तो अब इन्हें अपना नसीब ही मान चुके है इन उधडी सड़कों पर लोग गिरते हैं। सिस्टम को कोसतेऔर फिर आगे निकल जाते हैं।