बिसवां सीतापुर । जहांगीराबाद में बुधवार से शुरू हुये राष्ट्रीय एकता विराट दंगल के आज दूसरे व अंतिम दिन कई दिग्गज मशहूर पहलवानों के बीच कुश्तियों के मुकाबले हुये। फाइनल मुकाबला गुरुवार को होना था जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में बिसवां विधानसभा के पूर्व विधायक महेन्द्र सिंह यादव तथा विशिष्ट अतिथि भाजपा नेत्री,समाजसेविका और चिकित्सक डा० कनिका विश्वास ने कुश्ती के मुकाबले के लिये पहलवानों के हांथ मिलवायेऔर उन्हें आशीष दिया। इस मौके पर कार्यक्रम आयोजक असलम अंसारी आढ़ती, अमीर हम्ज़ा,मो० कैफ व संयोजक पहलवान फुरकान गाजी तथा विनोद सोनी, आलोक गुप्ता,जयेन्द्र प्रताप सिंह जित्तू ,राम नाथ यादव, गुड्डू अवस्थी, हारून दानपुरवा, पप्पू हजारी व इनायत अली सहित हजारों की संख्या में दर्शक मौजूद रहे। दंगल के दूसरे और अंतिम दिन पहली कुश्ती पहलवान रिजवान गनी जम्मू और मुन्ना टाइगर पहलवान कुरुक्षेत्र हरियाणा के बीच हुई जिसमें रिजवान गनी विजयी हुये। लक्की थापा पहलवान नेपाल और कालू गुर्जर राजस्थान के बीच दूसरा मुकाबला हुआ जिसे दर्शकों ने बहुत सराहा। इस मुकाबले में लक्की थापा पहलवान ने कालू गुर्जर की पीठ लगायी। तीसरा मुकाबला बाबा लाडी पहलवान अयोध्या और बग्गा पहलवान पंजाब के बीच हुआ। बड़ी देर तक कांटे का मुकाबला चलता रहा।अन्त में लाडी बाबा ने बग्गा को हराकर जीत हासिल की। फाइनल मुकाबला पहलवान लक्की थापा नेपाल और कालू पहलवान सहारनपुर के बीच में शुरू हुआ। बड़ा रोमांचक मुकाबला चल रहा था कि इसी बीच अचानक दर्शकों की भीड़ उमड़ पड़ी जिसे व्यवस्थित कर पाना असम्भव हो गया जिसको देखते हुये आयोजकों ने फाइनल मुकाबले को बराबरी पर छुड़वाकर दंगल को समाप्त कर दिया। दंगल में निर्णायक दिलशेर पहलवान सहारनपुर तो एनाउंसर गुड्डू पहलवान देवरिया रहे। फाइनल मुकाबले में विजयी पहलवान को पूर्व निर्धारित पुरस्कार एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल और 21000 रुपए नगद मिलने थे लेकिन मुकाबला बराबरी पर जबरन समाप्त करा कर नगद धनराशि 21000 रूपयों को दोनों पहलवानों में बराबर बराबर बांट दिया गया तथा मोटरसाइकिल को अगले वर्ष के लिए सुरक्षित कर लिया गया है। विजयी पहलवानों को आयोजक असलम अंसारी आढ़ती और अमीर हम्ज़ा ने पुरुस्कृत किया।