यातायात के नियमों से बेपरवाह सड़क के किनारे खड़ी होने वाली बसें हादसों को दे रहीं दावत!
सीतापुर । बस स्टॉप के बाहर कतार से खड़ी होने वाली अनुबंधित बसें शहर में राहगीरों के लिए सरदर्द बनती जा रही हैं, इतना ही नहीं यह बसें यातायात के नियमों को तो तोड़ ही रही हैं, वहीं दूसरी तरफ हादसों को भी अंजाम दे रही हैं ।अधिकांश हादसों की घटनाओं में देखा गया है कि अक्सर सड़क किनारे खड़े वाहन हादसों का कारण बने है, जिसमें कई बार लोगों की जान तक चली गई ऐसे में शहर के बस स्टॉप के बाहर कतार से खड़ी बसे हादसों को न्योता नहीं दे रही है तो और क्या ? वहीं दूसरी तरफ सड़क पर कतार से खड़ी बसें इस समय जनता के जी का जंजाल बनती जा रही हैं ।आए दिन जाम लगता है यातायात विभाग के अधिकारी लगातार जाम खुलवाने का प्रयास करते हैं लेकिन इसके बावजूद भी यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, रोडवेज बस चालकों की मनमानी का आलम यह है कि बस को बस स्टॉप के अंदर खड़ी करने के बजाए बस चालक घंटो तक बसों को सड़कों पर ऐसे ही खड़ा कर देते हैं और सवारियों को बैठाने लगते हैं। जिसके कारण से आए दिन बस स्टॉप के पास जाम लग जाती है कभी एंबुलेंस जाम में फंस जाती है तो कभी स्कूली बच्चों के वाहन।
कभी-कभी तो ऐसा भी देखा गया है कि जब बस स्टॉप के पास से गुजरते समय जिले के बड़े स्तर के अधिकारी भी जाम का हिस्सा बने हैं ऐसे में रोडवेज बस स्टॉप के पास जाम का मुख्य कारण सड़कों पर खड़ी रोडवेज बसें मानी जा रही है सबसे बड़ी बात तो यह है कि सड़कों पर खड़ी अधिकांश बसों परिवहन विभाग से अनुबंधित हैं जिसके कारण से यह माना जा रहा है कि अनुबंधित बसों के चालक यातायात के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए मनमानी कर रहे हैं जब अनुबंधित बसों के परिचालक बस स्टॉप के पास ही यातायात के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए मनमानी करते हैं तो यह कैसे मान लिया जाए कि यात्रा करते समय अनुबंधित बसों के परिचालक यात्रियों के साथ मनमाना व्यवहार नहीं करते होंगे ? इन सभी कारणों के पीछे जनता का मानना है कि जब जिम्मेदार अधिकारी स्वयं ही लापरवाह होंगे तो वह ऐसे रोडवेज बस चालकों कौन कार्यवाही करेंगे ? ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या सच में रोडवेज विभाग के जिम्मेदार अधिकारी की लापरवाही है या फिर बस चालकों के सामने उनका आदेश खिलौना साबित हो रहा है ?