लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में सोमवार को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिये प्रस्तुत बजट भाषण में प्रभु श्री राम और रामराज्य केन्द्र में रहा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस बजट को ‘श्री राम’ को समर्पित किया।
बजट भाषण की शुरुआत करते हुए वित्त मंत्री ने राम राज्य का जिक्र किया और कहा, ”अगर हम किसी समाज और संस्कृति में उच्चतम आदर्शों की कल्पना करें तो रामराज्य की संकल्पना के बाहर नहीं जाया जा सकता है। समाज में परस्पर सहयोग एवं विश्वास और न्याय आधारित सुशासन को रामराज्य की प्रमुख विशेषताओं के तौर पर निरूपित किया जा सकता है।”
उन्होंने कहा, ”अगर कहा जाए कि आज हमारे प्रदेश का शासन कहीं न कहीं रामराज्य की अवधारणा से अनुप्रेरित है और यह सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक एवं आध्यात्मिक उन्नति की ओर अग्रसर है, तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी।”
खन्ना ने अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का जिक्र करते हुए कहा, ”मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का जीवन हजारों वर्षों से भारत और विश्व को महत्तर जीवन आदर्शों की ओर अग्रसर होने के लिए प्रेरित करता रहा है। श्री राम के भव्य मंदिर का अयोध्या में निर्माण होने से हमारे सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र को बहुत प्रोत्साहन मिला है। अयोध्या विश्व का बहुत बड़ा पर्यटन केन्द्र बन गया है।”
सरकार ने बजट में अयोध्या के लिये करोड़ों रुपये की योजनाओं का प्रावधान भी किया है। सरकार ने वार्षिक बजट 2024-25 में अयोध्या धाम समेत पूरे मंडल के विकास का जो खाका खींचा है उसके केंद्र में अयोध्या को जोड़ने वाले मार्गों के विस्तार व सौंदर्यीकरण, पर्यटकों और जनता के लिए सुविधाओं के विकास समेत महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के विस्तार जैसी बड़ी परियोजनाएं शामिल हैं।
बजट में अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की स्थापना एवं विस्तार के लिये 150 करोड़ रुपये और अयोध्या के सर्वांगीण विकास के लिये आवास एवं शहरी नियोजन विभाग को 100 करोड़ रुपये के आवंटन की व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान के लिये बजट में 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
‘मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना’ के तहत उत्तर प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में एक पर्यटन स्थल को विकसित किए जाने की योजना है। इस सिलसिले में अयोध्या मंडल के जनपदों में भी धार्मिक व पर्यटन क्षेत्रों के समेकित विकास को सुनिश्चित करने का खाका खींचा गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट पेश किये जाने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में इस बजट को प्रभु श्री राम को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि बजट के प्रारम्भ में, उसके बीच में और अंत में प्रभु श्री राम का जिक्र है और प्रभु राम लोक कल्याण के पर्याय हैं, इसलिये वह इस बजट को ‘श्री राम’ को समर्पित करते हैं।