बरेली: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आज यानि सोमवार को विधानसभा में अपना वर्ष 2024-25 के लिए बजट पेश करने जा रही है। व्यापारियों को उम्मीद है कि यह बजट पर्यटन और इंफ्रा सेक्टर को बढ़ावा देने वाला होगा। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। उद्यमियों का मानना है कि आईटी को प्राथमिकता देने के साथ कौशल विकास की योजना पर भी वित्त मंत्री फोकस कर सकते हैं।
आईआईए के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिनेश गोयल का मानना है कि प्रदेश के बजट में डेयरी, फूड प्रोसेसिंगमें उद्यमियों के लिए लाभ दिलाने की घोषणा हो सकती है। रोजगार सृजन में ओडीओपी यानी एक जिला एक उत्पाद मील का पत्थर साबित होगा। इसे ब्लाक स्तर पर लाकर किसानों को जोड़ा जा सकता है। बजट में पर्यटन और होटल उद्योग को प्राथमिकता मिल सकती है।
आईआईए के वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन सुरेश सुंदरानी बताते हैं कि सेंट्रल का बजट बताता है कि केंद्र सरकार को पूर्ण विश्वास है कि वही अगली सरकार बना रही है। तभी कोई घोषणा नहीं हुई। यह बात प्रदेश सरकार भी समझती है और बजट में इसका असर दिखेगा। उद्योगों पर इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी का नौ फीसदी होना ठीक नहीं है। इसे कम होना चाहिए।
सीए रवीन्द्र अग्रवाल का कहना है कि कि बजट लोक लुभावन वाला होगा। केंद्र ने अंतरिम बजट दिया है। चुनाव होने वाले हैं। प्रदेश सरकार भी कुछ घोषणा कर सकती है। टैक्स तो नहीं बढ़ेगा, लेकिन टैक्स में कमी भी नहीं होगी। उद्योगों को छूट मिलने की संभावना कम है। पर्यटन और इंफ्रा पर ही फोकस रहेगा।