प्रयागराज । इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र के प्रकरण पर चल रहा आरोप-प्रत्यारोप जारी है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा है कि मामले को कुलपति ने संज्ञान में लिया है। लेकिन उनके आने के बाद इस प्रकरण पर तत्काल विचार होगा तथा किसी भी छात्र के साथ अन्याय नहीं होने पायेगा।
इविवि की मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी डॉ जया कपूर ने बताया है कि छात्र द्वारा प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों एवं चीफ प्रॉक्टर पर लगाये गये आरोप तथा पूर्व सहायक अधीक्षक द्वारा छात्र एवं अन्य पर लगाये गये आरोपों को कुलपति प्रो.संगीता श्रीवास्तव ने संज्ञान में लिया है। इस सम्बन्ध में दोनों पक्षों को अपनी बात एवं तथ्य प्रस्तुत करने का अवसर दिया जाएगा।
वहीं, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पुरा छात्र अंकित द्विवेदी ने कहा है कि इविवि प्रशासन ने कहा है कि छात्र का आरोप गलत है, उसके पास आने से लेकर छात्र के जाने तक का वीडियो है। छात्र ने पूरे प्रकरण का आडियो उसके बाद का जारी किया है। अब इविवि प्रशासन वह वीडियो क्यों नहीं जारी कर पूरे मामले को खत्म कर छात्र को गलत साबित कर रहा है। हम लोग भी सुनना चाहते हैं कि कैसे आप वीडियो में बोल रहे हैं।
छात्रों की मांग है कि इविवि प्रशासन वीडियो जारी कर दूध का दूध और पानी का पानी कर दे। छात्र ने फर्जी आडियो दिया है तो उस पर कार्रवाई हो और अगर सही है तो उपस्थित लोगों पर रैगिंग की कार्रवाई हो। सभी लोगों पर सुसंगत धाराओं में मुकदमे दर्ज हों, निलम्बन कर, कारण बताओ नोटिस जारी किया जाय कि क्यों न इन लोगों को सेवा से छुट्टी दे दी जाए।