वाशिंगटन। हाल ही में जॉर्डन स्थित अमेरिकी के कैंप पर हुए ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी। अब इसके जवाब में अमेरिकी सेना ने शुक्रवार को इराक और सीरिया में ईरानी बलों और तेहरान समर्थित मिलिशिया समूहों के खिलाफ जवाबी हवाई हमले शुरू कर दिए। शुक्रवार को सीरिया में अमेरिकी हवाई हमले में मिलिशिया के छह लड़ाके मारे गए हैं और चार अन्य घायल हो गए।
बाइडन बोले- कोई हमें नुकसान पहुंचाएगा तो चुप नहीं रहेंगे
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बयान में कहा कि हमारी प्रतिक्रिया आज शुरू हुई है। यह दुश्मन स्थानों पर जारी रहेगी। बाइडन ने कहा कि कोई अगर हमें नुकसान पहुंचाएगा तो हम चुप नहीं रहेंगे, उसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। वहीं इससे अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उन्होंने सीरिया की सीमा के निकट पूर्वोत्तर जार्डन में किए गए ड्रोन हमलों का जवाब देने का मन बना लिया है।
इससे पहले अमेरिकी बेस केंप में एक ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी और 40 से अधिक घायल हो गए थे। अमेरिका ने हमले के लिए ईरान समर्थित आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट में हमलों के लिए समय सीमा का कोई जिक्र नहीं किया गया था।
अमेरिका ने ईरानी मिलिशिया स्थानों पर चार राउंड हवाई हमले किए
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार, अमेरिकी युद्धक विमानों ने सीरियाई-इराकी सीमा के पास अल-बुकामल शहर में अल-हिजाम क्षेत्र और औद्योगिक क्षेत्र को भी निशाना बनाया। कुल मिलाकर, युद्धक विमानों ने दीर अल-जौर में ईरानी मिलिशिया स्थानों पर चार राउंड हवाई हमले किए, जिसमें अल-मयादीन पर तीन राउंड और अल-बुकामल पर एक राउंड हवाई हमले किए।
इराक ने अमेरिकी हमलों की निंदा की, बताया संप्रभुता का उल्लंघन
अमेरिका द्वारा इराक और सीरिया में मिलिशिया ठिकानों पर किए गए हमलों की इराक ने निंदा की है। इराकी सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ के प्रवक्ता ने कहा कि ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब इराक क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है। प्रवक्ता ने इन हमलों को इराकी संप्रभुता का उल्लंघन करार दिया और कहा कि इसके परिणाम इराक और क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर होंगे।