हमीरपुर : जर्जर विद्यालय भवन होने के चलते तीन साल पहले विद्यालय को ढहा कर छात्राओं को एक किमी दूर दूसरे विद्यालय शिफ्ट कर दिया गया था। लेकिन अभी तक भवन निर्माण कार्य शुरू तक नहीं कराया जा सका है। जबकि तीन माह पहले शासन से 22 लाख रुपये भी भेजे जा चुके हैं। इसके चलते ग्रामीणों में भी रोष व्याप्त है क्योंकि शिफ्ट विद्यालय के दूर होने के चलते करीब एक दर्जन से अधिक छात्राओं ने स्कूल जाना बंद कर दिया है।
विकास खंड मुस्करा के बाला मुहल्ले में संचालित कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय का भवन जर्जर हो जाने पर तीन वर्ष पूर्व उसको ध्वस्त कर साफ-सफाई कराई गई थी। जिसपर छात्राओं को एक किलोमीटर दूर दूसरे विद्यालय में शिफ्ट कर दिया गया था। जिसके चलते विद्यालय के दूर होने के कारण करीब एक दर्जन से अधिक छात्राओं ने स्कूल जाना बंद कर दिया है। बताया कि विद्यालय दूर होने के चलते आने जाने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
शासन से विद्यालय भवन निर्माण के लिए तीन माह पूर्व 22 लाख रुपए भेजे गए थे। लेकिन तीन माह बीत जाने पर भी विद्यालय भवन का निर्माण कार्य नहीं कराया जा रहा है। जबकि सीबीएसई मुस्करा प्रभाकर तोमर ने विद्यालय निर्माण की जिम्मेदारी विद्यालय प्रधानाध्यापक रामकृपाल को सौंपी थी। इसके बावजूद भी प्रधानाध्यापक निर्माण कार्य नहीं करा रहा है। इस मामले में प्रधानाध्यापक ने बताया कि भवन की जमीन की मिट्टी से पुराई कराने में एक लाख रुपये की लागत आएगी अगर मिट्टी पुराई कराई तो पैसे कम पड़ जाएंगे इस कारण से काम में देरी हो रही है। प्रधान द्वारा मिट्टी पुराई का कार्य कराया जा रहा है जल्द ही निर्माण कार्य कराया जाएगा।