- वर्षों से ओवरब्रिज निर्माण का इंतजार करते बंकी निवासी
- जान जोखिम में डालकर क्रासिंग पार करते है लोग
बाराबंकी। जिले की बंकी रेलवे क्रॉसिंग पर रोजाना लोगों को काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन सब जानकर भी जिम्मेदार अंजान बने हुए है। चुनावी वादों में भी इस समस्या को खत्म करने के बात जनपद के सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने कही थी। लेकिन उनका यह वादा मात्रा चुनावी दावों तक सीमित रह गया। जिससे हालात यह है कि यहां रोजाना सुबह और शाम आपको जाम ही जाम देखने को मिलेगा। आपको बंद क्रासिंग के नीचे से निकलते हुए नजर आयेंगे चूंकि अंडरपास या ओवरब्रिज न बनने से मजबूरी में लोगो को अपनी जान जोखिम में डालकर क्रासिंग को पार करना पड़ता है। रविवार को यहां डेढ़ घंटे तक एक एंबुलेंस गाड़ी क्रॉसिंग पर खड़ी रही। जिससे एंबुलेंस में मौजूद मरीज की हालत और गंभीर हो गई। करीब डेढ़ घंटे बाद गेट खुला तो सभी वाहन रेंगते नजर आए। कभी-कभी तो वाहनों के फंसने पर मारपीट होने तक की भी नौबत आ जाती है। कुछ लोग परेशान होकर जीतनगर होकर अपने गंतव्य को जाते है। इस समस्या को लेकर यहां के निवासी आचार्य विवेक तिवारी का कहना है कई बार पत्र लिखे जा चुके है। लेकिन अभी सिर्फ कागज तक ही सीमित है। वहीं अखिल बाजपेई का कहना है कि आधी आबादी ने अपने वाहन के साइड मिरर को ही हटा दिया है। चूंकि वाहन में मिरर होने की वजह से गाड़ियों को निकलने में दिक्कत होती है। पूर्व सभासद रुद्र प्रसाद अवस्थी का कहना है कि ओवरब्रिज का निर्माण बंकी के लोगो के लिए सोने पे सुहागा होगा। सुबह स्कूली बच्चे रोजाना इस जाम का शिकार होते है।