नई दिल्ली। सीबीआइ ने 60 करोड़ रुपये की रिश्वत के मामले में रेलवे के सात कर्मचारियों व निजी कंपनी भरतिया इंफ्रा प्रोजेक्टस लिमिटेड (बीआइपीएल) के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह मामला 2016 से 2023 के बीच पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे की परियोजनाओं के लिए 60 करोड़ रुपये की रिश्वत देने से जुड़ा है।
मामला दर्ज करने के बाद सीबीआइ ने असम, त्रिपुरा, मणिपुर और दिल्ली में आरोपित अधिकारियों व कंपनी से जुड़े 16 परिसरों पर छापेमारी की।
छापेमारी के दौरान मामले से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज और आरोपितों द्वारा अर्जित संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए। सीबीआइ के अधिकारी ने बताया कि एफआइआर में तत्कालीन उप मुख्य अभियंता निर्माण रामपाल, तत्कालीन उप मुख्य अभियंता जितेंद्र झा और बीयू लस्कर, तत्कालीन वरिष्ठ अधीक्षक अभियंता ऋतुराज गोगोई, धीरज भागवत, मनोज सैकिया, मिथुन दास और बीआइपीएल को नामजद किया गया है।
सीबीआइ के सामने यह मामला गत वर्ष फरवरी में दो करोड़ की रिश्वत लेने के मामले में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर संतोष कुमार की गिरफ्तारी के बाद आया। इस दौरान बीआइपीएल के परिसरों समेत अन्य पर छापेमारी के दौरान बरामद दस्तावेजों से जानकारी हुई कि बीआइपीएल ने रेल अधिकारियों को 60 करोड़ रुपये से अधिक की रिश्वत दी। कंपनी को 2016 से 2022 के बीच पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे की छह प्रमुख परियोजनाएं मिली थीं।