![](https://nishpakshpratidin.com/wp-content/uploads/2024/01/88f026cf-8bab-4760-848f-7a7bb86a2348-780x470.jpeg)
पीलीभीत। पुरनपुर निवासी शिक्षिका सुगंध अग्रवाल ने प्रभु श्री राम की शान में लगभग 11 भजन लिखे हैं जिसमे एक यह है।
स्वागत मे रघु के अवध नगरिया,दुल्हन के जैसी निखर रही है।
चारो दिशाये है जगमगाये आदित्य रश्मियाँ बिखर रही है।
स्वागत मे रघु के……….
दशरथ सुतम रघु, कौशल्या नंदन जय सूर्यवंशम,असुर निकन्दन।
मर्यादा पुरुषोत्तम की कृपा, मेरी माटी को स्वर्णिम सा कर रही है।
स्वागत मे रघु के…………..
सियापति सुर अधिपति जगत पति,
अखिल अलौकिक पाताल त्रिलोक गति
रघु की बाल मूरत,अति खूबसूरत मेरी माटी को स्वर्णिम सा कर रही है।
स्वागत मे रघु……
प्रभु तारण हारम अत्चु युत बिभूषणाम जय राम चंद्रम, नव कंज लोचनम
हे अंतर्यामी तेरा दर्श दिव्यं
चक्षु मे प्रेमाश्रु सा भर रही है
स्वागत मे रघु के अवध नगरिया,दुल्हन के जैसी निखर रही है।