नई दिल्ली। भारत के इतिहास में आज एक और अध्याय जुड़ने जा रहा है। आज रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही अयोध्या में इतिहास रचा जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या में राम मंदिर पूरी तरह से सजधज कर तैयार है। राम मंदिर के गर्भगृह में आज दोपहर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगी।
राम मंदिर का निर्माण पूरी तरह से रामभक्तों द्वारा दिए गए दान से हुआ है। राम मंदिर के लिए देश और दुनिया में करोड़ों भक्तों ने अपनी क्षमता के मुताबिक दान किया है। राम मंदिर के निर्माण में किसी भी सरकारों ने एक पैसा नहीं दिया है। यह पूरी तरह से भक्तों के पैसों पर बना मंदिर है। राम मंदिर के लिए सबसे बड़ा दान सूरत के एक हीरा कारोबारी ने किया है।
हीरा कारोबारी ने दान देने के मामले में बड़े-बड़े उद्योगपतियों को पीछे छोड़ दिया है। सूरत के हीरा कारोबारी लाखी परिवार ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के लिए 101 किलो सोना दान किया है। सूरत में बड़े हीरे कारोबारियों में से एक दिलीप कुमार वी. लाखी के परिवार ने 101 किलो सोना दान किया है, जिसका इस्तेमाल अयोध्या राम मंदिर के दरवाजों पर सोने की परत चढ़ाने में किया जाएगा।
दिलिप कुमार वी. लाखी सूरत के सबसे बड़े हीरा फैक्ट्रियों में से एक के मालिक हैं। बताया जा रहा है कि लाखी परिवार ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के लिए ट्रस्ट को अब तक का सबसे बड़ा दान किया है। लाखी परिवार ने राम मंदिर के दरवाजे, गर्भगृह, त्रिशूल, डमरू और स्तंभों के साथ-साथ मंदिर के भूतल पर 14 स्वर्ण द्वारों के लिए 101 किलो सोना भेजा है।
राम मंदिर को भेंट किया 68 करोड़ रुपए का सोना
इस समय सोने की कीमत करीब 68 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम है। इस तरह से देखा जाए तो एक किलो सोने की कीमत करीब 68 लाख रुपए हुई और कुल 101 किलो सोने की कीमत करीब 68 करोड़ रुपए हुई। इस तरह से लाखी परिवार ने राम मंदिर को सबसे अधिक का दान दिया है। राम मंदिर को दूसरा सबसे बड़ा दान देने वाले में कथावाचक और आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू का नाम है, जिन्होंने राम मंदिर के लिए 11.3 करोड़ रुपये का दान दिया है। अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन में बैठे उनके रामभक्त अनुयायियों ने भी अलग से 8 करोड़ रुपये का दान दिया है। वहीं, राम मंदिर निर्माण के लिए गुजरात के हीरा कारोबारी गोविंदभाई ढोलकिया ने 11 करोड़ रुपये का दान दिया है। गोविंदभाई ढोलकिया डायमंड कंपनी श्रीरामकृष्णा एक्सपोर्ट्स के मालिक हैं।
कौन हैं रामलला के सबसे बड़े दानवीर
राम मंदिर को दान देने के मामले में देश और दुनिया के मंदिरों में सबसे अधिक दान देने वालों में पटना का महावीर मंदिर पहले नंबर पर है। पटना के महावीर मंदिर ने अयोध्या राम मंदिर निर्माण में 10 करोड़ रुपए का दान दिया है। अब तक मंदिर ने 8 करोड़ रुपए का दान दे दिया था, लेकिन महावीर मंदिर न्यास के सचिव ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र को रविवार को 2 करोड़ रुपये की अंतिम किस्त का चेक सौंपा है।
महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने खुद इस बाद की जानकारी साझा की है। रामलला को सोना भी दान किया जा रहा है। इससे कलश बनाया जा रहा है। साथ ही धनुष व बाण भी राम मंदिर को भेंट किया जा रहा है।
9,999 हीरों से बना राम मंदिर
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पहले सूरत के एक हीरा कलाकार ने हीरों से राम मंदिर का वॉल फ्रेम बनाया है। इस वॉल फ्रेम में सूरत का सिग्नेचर ब्रोकेड यानि सूरत का स्पेशल कपड़ा उपयोग किया गया है। वॉल फ्रेम के साथ आर्टिस्ट ने श्री राम की तस्वीर भी बनाई और जय श्री राम लिखा है, जिसका एक वीडियो भी सामने आया है।
हीरा कलाकार ने 9,999 हीरों का उपयोग करके अयोध्या के राम मंदिर की उत्कृष्ट कृति बनाई। एक हीरे के कारीगर ने हीरों से जड़ित एक खूबसूरत दीवार का फ्रेम बनाया है। दीवार के फ्रेम पर सूरत की पहचान वाली ब्रोकेड है जिस पर राम की आकृति और जयश्री राम अंकित है। हीरे जड़ित राम मंदिर बेहद आकर्षक दिखता है।
सूरत के कलाकारों के अलावा अन्य कलाकारों ने भी अपने-अपने हिसाब से राम मंदिर की कलाकृति तैयार की है। पश्चिम बंगाल के एक युवक ने 20 किलो पारलेजी बिस्कुट से राम मंदिर की भव्य प्रतिकृति बनाई है। वहीं, एक कलाकार ने पेंसिल के किनारे पर भगवान राम की तस्वीर बनाई है।