अयोध्या। रामानंद सागर के धारावाहिक रामायण में लक्ष्मण की भूमिका निभाने वाले अभिनेता सुनील लहरी ने 22 जनवरी को होने जा रहे राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को ऐतिहासिक दिन और इसे भारत के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि बताया। दिग्गज अभिनेता ने कहा कि जब वह तीन दशक पहले पहली बार अयोध्या गए थे, तो उन्होंने एक तंबू में भगवान राम की मूर्ति देखी थी और उन्हें बहुत बुरा लगा था।
लाहरी ने कहा, ‘‘मैंने खुद से कहा, इस जगह को देखो, यहीं भगवान राम का जन्म हुआ था और अब उन्हें ऐसी जगह पर रखा गया है। यह बहुत दयनीय है। मुझे लगता है कि समय के साथ न्याय सही दिशा में हुआ है।’’ प्राण प्रतिष्ठा के बारे में लहरी ने कहा ‘‘मैं इसे सबसे बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखता हूं जिसके लिए हम भारतीय पिछले 500 साल से संघर्ष कर रहे थे। इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए कई लोगों ने बलिदान दिया।’’
साक्षात्कार में उन्होंने रामायण धारावाहिक को लेकर अपना स्मरण साझा करते हुए कहा कि शुरुआत में उनका चयन भगवान राम के सबसे छोटे भाई शत्रुघ्न की भूमिका निभाने के लिए हुआ था, लेकिन वह इसे करने के इच्छुक नहीं थे और उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए हाथ पीछे खींच लिया।
हालांकि भाग्य को कुछ और मंजूर था और उन्हें लक्ष्मण की भूमिका मिली। लहरी ने कहा कि उन्होंने रामायण में भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण का किरदार निभाया। यह किरदार ईमानदारी, समर्पण, सादगी और सही पक्ष के साथ खड़े होने को प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा ‘‘लक्ष्मण एक ऐसा किरदार है जो किसी भी गलत चीज़ का समर्थन नहीं करता।’’