कोठी। थाना क्षेत्र के असदामऊ पंचायत भवन में कंप्यूटर, प्रिंटर व फर्नीचर पर लाखों रुपए खर्च हो गए। लेकिन इसका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। क्योंकि यहां किसान नेता व डीडीसी की बहू पंचायत सहायक हैं। दो हफ्तों से पंचायत भवन बंद है। शुक्रवार भी बंद रहा। ग्रामीण निराश होकर लौट गए। मामले में ब्लॉक के अधिकारी व प्रधान अलग-अलग अलापते हैं। उसके विरुद्ध कार्रवाई से अधिकारी कतराते हैं। क्योंकि किसान नेता के धरने से डरते हैं।
सिद्धौर ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम पंचायत असदामऊ में किसान नेता व क्षेत्रीय डीडीसी हौसिला प्रसाद की पुत्रवधू शशि वर्मा पंचायत सहायक हैं। यह पंचायत भवन अक्सर बंद रहता है। यूं कहें महीनों से बंद है। ग्रामीणों ने बताया जो खुलता ही नहीं है। परिसर में सुबह-शाम आवारा का मवेशियों झुड तो दोपहर में युवा मैच खेलते है। स्थानीय ग्रामीणों का आयुष्मान कार्ड व किसान सम्मन निधि आदि सुविधाओं के लिए बाहरी जन सेवा केंद्र का सहारा है। प्रधान शुभकरन का कहना है कि पंचायत घर से चोरी डर से कंप्यूटर, प्रिंटर व अन्य सामान पंचायत सहायक के घर है। कभी-कभी हमारे घर रहता है। सचिव रेखा चौधरी ने ऐसी जानकारी से इंनकार किया है। उनके मुताबिक पंचायत भवन खुलता है। उधर, लोगों का कहना है कि किसान नेता की वजह अधिकारी उसके विरुद्ध कार्रवाई नहीं करते है। क्योंकि कार्रवाई करने वाले अधिकारी में कहीं ना कहीं नेता के वि धरना का भय है