रांची । झारखंड के मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालयों में पठन-पाठन और शिक्षण गतिविधियों के बेहतर प्रबंधन के लिए राज्य में पहली बार राज्य शिक्षा परियोजना परिषद ने कुशल व दक्ष स्कूल प्रबंधकों की नियुक्ति की है। ये प्रबंधक बेहतर संचार कौशल, प्रबंधन में दक्षता और प्रभावशीलता से स्कूल के संचालन की सभी पहलुओं की देखरेख करेंगे।
स्कूल प्रबंधक प्रशासनिक कार्यों के साथ स्कूल की सफलता के लिए स्कूल बोर्ड और समुदाय के प्रति जवाबदेह होंगे। शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों के बीच संचार और सहयोग को बेहतर बनाने में भी यह अपना योगदान सुनिश्चित करेंगे। प्रारंभिक चरण में सात मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालयों में इन स्कूल प्रबंधकों की नियुक्ति की गयी है। अगले चरण में शेष बचे स्कूलों में भी प्रबंधकों की नियुक्ति पूरी कर ली जायेगी।
इन्हें मिली प्रबंधन की जिम्मेदारी
-एसएम ओमाइर- टीवीएस मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, जगन्नाथपुर, रांची
-संजय झा- जिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, बर्मामाइंस, जमशेदपुर
– समी अख्तर- जिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, धनबाद
-अनिल कुमार पांडेय- जिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, मेदिनीनगर, पलामू
– शिवरत्न प्रसाद- बरियातू बालिका मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, रांची
– सुभेंदु मजूमदार- जिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, चाईबासा
– राम प्यारे सिंह- जिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, हज़ारीबाग
विद्यालय प्रबंधकों की प्राथमिकताएं
छात्रों को सर्वोत्तम शिक्षण वातावरण प्रदान करना या इन स्कूलों के बुनियादी ढांचे, रख-रखाव पर नजर रखना इन प्रबंधकों की प्राथमिकता होगी। स्कूलों के आर्थिक कोष की देखभाल करना, यह सुनिश्चित करना कि सब कुछ सुचारू व बेहतर रूप से चले। स्कूल में अनुशासन सुनिश्चित करना और छात्रों के साथ शिक्षकों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रबंधकों की जिम्मेदारी होगी। स्कूल में स्वछता, प्रतियोगिताओं, गतिविधियों, स्कूल यात्राओं और वनभोज आदि के आयोजन का ध्यान स्कूल प्रबंधक को रखना होगा। शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए परस्पर संचार और सहयोग को बेहतर बनाना भी इन प्रबंधकों की जिम्मेदारी होगी।