निष्पक्ष प्रतिदिन/मलिहाबाद, लखनऊ। विकास खंड मलिहाबाद के फतेहपुर ग्राम पंचायत में औरास रोड पर तालाब के किनारे लगभग दस सालो से पन्नी डाल कर एक परिवार गुजारा कर रहा है। जनप्रतिनिधियों सहित विभागीय अधिकारियों से आवास दिलाये जाने की मांग करते चला आ रहा है लेकिन आज तक सिर्फ आश्वासन के आलावा कुछ नहीं मिला। थक हार कर गिरे कच्चे मकान में पालीथीन तान कर इस कड़ाके की ठंड में परिवार के साथ गुजारा कर रहा है।
फतेहपुर निवासी नफीस पत्नी शकीला बेटी अलसिफा बेटे ज़ावेद के साथ कच्चे गिरे मकान मे लगभग एक दशक से पालीथीन डाल कर रह रहे हैं। नफ़ीस के पास कृषि के नाम पर एक बिसुवा जमीन भी नही है। नफीस ठेलिया पर फल रखकर गांव की गलियों चौराहे व बाजार में बेच कर किसी तरह से अपने परिवार को दो वक्त की रोटी रोज़ी चला पा रहा है।
नफीस की पत्नी शकीला ने बताया कि लगभग दस साल पहले कच्चा मकान बरसात मे गिर गया था हम लोगों के पास इतने पैसे नहीं है कि घर की रोटी चलाये। मजबूरन पालीथीन तान कर बारिश हो या ठंडी हो या गर्मी किसी तरह से गुजर बसर कर रहे हैं। आवास दिये जाने की मांग ग्राम प्रधान जनप्रतिनिधि व विभागीय को कई सालो से प्राथना पत्र देकर आवास दिलाये जाने की मांग कर रहे हैं परन्तु आज तक आश्वासन के आलावा कुछ नहीं मिला। थक हार कर गिरे कच्चे मकान में रह रहे हैं।
नफ़ीस ने बताया कि बरसात के समय पन्नी तिरपाल डाल कर काम चला रहा है वही ठंडी के मौसम में आग जला कर किसी तरह से काम चलाते हैं। रात मे दोनों बच्चे मा के आँचल मे छिप जाते हैं और मा बाप से पूछते हैं कि घर कब बनेगा।