बदायूं। पदम भूषण शास्त्रीय गायक उस्ताद राशिद खान के सुपुत्र अरमान खान की पगड़ी बंधी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शुक्रवार को उस्ताद राशिद खान की विरासत संभालने के लिए उनके पुत्र के सर पर पगड़ी रस्म की प्रक्रिया उनके पैतृक आवास कबूलपुरा में मदरसा दारूल उलूम शाहे विलायत कबूलपुरा के बानी हजरत मौलाना कारी अब्दुल रसूल कादरी ने उस्ताद राशिद खान साहब के बेटे के सर पर पगड़ी बांधकर अदा कराई।
हजरत मौलाना कारी अब्दुल रसूल कादरी साहब ने पगड़ी बांधने के फरायज को विस्तार से बताया। साथ ही पद्मभूषण उस्ताद राशिद खान की पत्नी ने कहा कि हम उस्ताद राशिद खान साहब को हमेशा जिंदा रखेंगे कोई उन्हे मरहूम न समझे आज से उस्ताद का बेटा अरमान खान उन्हे जिंदा रखने का काम करेगा जिसमे हम सब लोग उसके मददगार बनेंगे। उन्होंने कहा कि हमने इस कार्यक्रम को सेलीब्रेट करके बदायूं में हमने ये नई परंपरा पैदा की है कि ऐसे अजीमुश्शान फनकार के चले जाने पर शोक मानने के बजाए उनके छूटे हुए अधूरे कार्य को पूरा किया जाए। इसीलिए आज हम लोग शोक व्यक्त करने की जगह पगड़ी रस्म को सेलिब्रेट करने को इकट्ठा हुए हैं।
इस मौके पर उस्ताद राशिद खान साहब की पत्नी ज्योता बासू खान बड़ी बेटी सुहाना खान, छोटी बेटी सोहा खान भी मौजूद रही। पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव के प्रतिनिधि अवधेश यादव समेत नगर पालिका चेयरपर्सन फात्मा रज़ा भी इस खूबसूरत कार्यक्रम के साक्षी बनी और आदि लोग मौजूद रहे।