महमूदाबाद,सीतापुर। न्यू नेशनल हॉस्पिटल में एक दिन पूर्व ही स्वास्थ विभाग ने अस्पताल पर छापा मारा था तो वहां दर्जनों आशा बहुवें पुरुस्कार लेने पहुंची थीं। जब आशाओं को कार्यवाही का डर सताने लगा तो अस्पताल संचालक इरफान ने वायरल मैसेज के माध्यम से सांत्वना देते हुए कहा कि जिन आशाओं को पुरुस्कार नहीं मिला है उनको उपहार उनके घर पर ही मिल जाएगा। उसके बाद इरफान ने लिखा कि जिन आशाओं को सीएचसी में समस्या है वह हमसे मिलें। यानिकि अस्पताल संचालक अभी भी पूर्ण आत्मविश्वास में है। मामला प्रकाश में आया तो कुछ माह पूर्व की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सामने आई जिसमें संचालक पैसे के दम पर अपनी करतूत को छिपाने का जतन करते मालूम पड़े।
बता दें कि पूर्व में एक नवजात बच्चे को बेचने का आरोप अस्पताल पर लगा था । इसी मामले से जुड़ी बातचीत अब वायरल हो रही है।
इससे पहले भी अस्पताल सीज हो चुका है
मानक विहीन तरीके की कार्यशैली में मशहूर न्यू नेशनल हॉस्पिटल पहले से भी चर्चा का केंद्र बना हुआ है। लगभग डेढ़ साल पहले उप जिलाधिकारी दिव्या ओझा ने अस्पताल को सीज किया था। उप जिलाधिकारी ने कई ऐसे मामले पकड़े थे जो असंवैधानिक थे। लेकिन फिर भी कार्यवाहियों से पैसे के दम पर लड़ाई लड़ने वाले इरफान अभी भी कानूनी कार्यवाही से डर नहीं रहे हैं। अब देखना तो यह होगा की आशा बहुओं के दम पर व्यापार करने वाले क्या पैसे के दम पर फिर बच जाएंगे या आशाओं को बचा पाएंगे!