पेरिस। गैब्रियल एटल फ्रांस के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने हैं। उनकी उम्र 34 वर्ष है। वह फ्रांस के पहले समलैंगिक प्रधानमंत्री भी हैं। एलिजाबेथ बोर्न के इस्तीफे के बाद राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एटल को प्रधानमंत्री नियुक्त करने की मंगलवार को घोषणा की।
एलिजाबेथ बोर्न ने आव्रजन कानून को लेकर राजनीतिक तनाव के कारण सोमवार को इस्तीफा दे दिया था। इस कानून का उद्देश्य विदेशियों को वापस स्वदेश भेजने के सिलसिले में सरकार की शक्तियां बढ़ाना है। एटल सरकार के प्रवक्ता और शिक्षा मंत्री के रूप में जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
गैब्रियल की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब मैक्रों जून में होने वाले यूरोपीय संसद के चुनाव से पहले अपनी टीम में बड़े बदलाव की तैयारी कर रहे हैं। सोशलिस्ट पार्टी के पूर्व सदस्य एटल 2020 से 2022 तक सरकार के प्रवक्ता रहे। जुलाई में शिक्षा मंत्री बनने से पहले उन्होंने बजट मंत्री का पद भी संभाला। शिक्षा मंत्री के तौर पर एटल ने मुस्लिम महिलाओं और लड़कियों द्वारा पहना जाने वाला परिधान अबाया को फ्रांस के सरकारी स्कूलों में प्रतिबंधित करने की घोषणा की थी।