नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) मामले में छापेमारी की कार्रवाई पूरी कर ली है। ईडी ने दो हजार करोड़ रुपये से अधिक के मनी लांड्रिंग मामले की जांच कर रही है।
ईडी ने शुक्रवार को शुरू की थी छापेमारी
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एजेंसी ने शुक्रवार को छापेमारी शुरू की थी और दिल्ली-एनसीआर में नौ स्थानों पर छापा मारा गया, जिसमें आरएफएल, एम3एम इंडिया होल्डिंग्स, आरएचसी होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड, हिलग्रो इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, डायोन ग्लोबल साल्यूशंस और प्रियस कमर्शियल के कार्पोरेट कार्यालय शामिल थे। सूत्रों ने कहा कि छापेमारी शनिवार को समाप्त हुई।
डिजिटल साक्ष्य सहित संवेदनशील दस्तावेज जब्त
अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान डिजिटल साक्ष्य सहित संवेदनशील दस्तावेज जब्त किए गए। ईडी के पास मामला दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की प्राथमिकी के बाद आई है। एजेंसी ने फोर्टिस के पूर्व प्रमोटरों मल¨वदर मोहन सिंह व शिविंदर मोहन सिंह और रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड के मुख्य प्रबंध निदेशक (सीएमडी) सुनील गोधवानी को गिरफ्तार किया था।
वहीं, रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईएल) ने शनिवार को कहा कि उसने ईडी से पूर्व प्रवर्तकों द्वारा निकाले गए धन की जांच में तेजी लाने का अनुरोध किया है। ईडी अधिकारियों ने आरईएल की सहायक कंपनी रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) के वर्तमान प्रबंधन की शिकायत के आधार पर और कॉर्पोरेट ऋण पुस्तिका के संबंध में चल रही जांच के अनुसार, 5 जनवरी को दस्तावेज एकत्र किए है।