केपटाउन। दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज ऐडन मार्कराम ने अपने करियर का सबसे जुझारू शतक जड़ा लेकिन तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के गुरुवार को यहां दूसरे और आखिरी टेस्ट के दूसरे दिन सुबह के स्पैल से भारत मेजबान टीम के खिलाफ श्रृंखला बराबर करने की ओर मजबूती से बढ़ रहा है। मार्कराम ने महज 103 गेंद में 106 रन बनाये जिसके बावजूद दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम लंच से ठीक पहले दूसरी पारी में 36.5 ओवर 176 रन पर ढेर हो गयी जिससे भारत को जीत के लिए 79 रन का लक्ष्य मिला।
मैच का चाय तक समाप्त होना लगभग तय है और कुल ओवरों की बात की जाये तो यह संभवत: सबसे छोटा टेस्ट मैच होगा। गेंद हालांकि पिच पर उतना उछाल नहीं ले रही थी जितना पहले दिन ले रही थी लेकिन फिर भी मूवमेंट हासिल करने के लिए इस पर काफी कुछ मौजूद था। बुमराह ने ‘बैक ऑफ लेंथ’ के बजाय पारंपरिक रूप से फुल लेंथ गेंद फेंकी और 13.5 ओवर में 61 रन देकर छह विकेट हासिल किये। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने नौंवी बार पांच विकेट लेने का कारनामा किया।
दक्षिण अफ्रीका ने सुबह तीन विकेट पर 62 रन से आगे खेलना शुरू किया, तब मार्कराम 36 रन पर खेल रहे थे। पर जल्द ही डेविड बेडिंघम (11 रन) स्टंप के पीछे कैच आउट हुए और काइल वेरेयने (09 रन) लेंथ गेंद पर गैर जरूरी पुल शॉट खेलने के चक्कर में पवेलियन लौट गये। दूसरे छोर पर विकेटों के गिरने से मार्कराम ने कम अनुभवी मुकेश कुमार (10 ओवर में 56 रन देकर दो विकेट) और प्रसिद्ध कृष्णा (चार ओवर में 27 रन देकर एक विकेट) के खिलाफ आक्रामकता बरतनी शुरू की। कृष्णा अपनी पदार्पण श्रृंखला में भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण की कमजोर कड़ी रहे हैं।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के क्षेत्ररक्षकों को अच्छी तरह सजाने के बावजूद मार्कराम आसानी से बाउंड्री लगाते रहे, उन्होंने 17 चौके और प्रसिद्ध कृष्णा पर दो गगनदायी छक्के जड़े। सुबह के सत्र में बुमराह पूरी तरह से लय में थे जिससे दक्षिण अफ्रीका ने लगातार विकेट गंवा दिये। दक्षिण अफ्रीका ने तीन विकेट पर 62 रन से शुरूआत की और जल्द ही मध्यक्रम के आउट होने से उसका स्कोर सात विकेट पर 111 रन हो गया। इस दौरान मार्कराम ने कागिसो रबाडा (02) के साथ मिलकर 51 रन की भागीदारी निभायी।