रूस-यूक्रेन जंग: रूस-यूक्रेन जंग के बीच पहली बार दोनों पक्षों की ओर से समझौता किया गया है. इस समझौते की तहत यूक्रेन ने रूस के 248 सैनिकों को छोड़ दिया है. रूस और यूक्रेन के बीच ये समझौता संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की मध्यस्थता की वजह से मुमकिन हो पाया है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “यूएई की मध्यस्थता की वजह से यूक्रेन ने बंदी बनाए गए 248 रूसी सैनिकों की रिहा किया है.”
रक्षा मंत्रालय ने कहा, 3 जनवरी को काफी मशक्कत के बाद यूक्रेन ने सैनिकों को रिहा किया. हम यूएई की ओर से मानवता के लिए किए गए प्रयास की सराहना करते हैं. रिहा हुए सैनिकों के लिए सेना का विमान भेजा जाएगा और उनका इलाज किया जाएगा.
रूस को सैनिकों की ‘अदला-बदली’ से नहीं है गुरेज?
करीब 2 साल तक भीषण जंग के बीच यूक्रेन और रूस पहली बार समझौते के स्तर पर बातचीत कर रहे हैं. दोनों देशों का रूख जंग को लेकर पहले के मुकाबले नरम हुआ है. रूस के उप-विदेश मंत्री सर्गेई वर्सिनिन ने कहा, “हम यूक्रेन के साथ बंदी बनाए गए सैनिकों की अदला-बदली के खिलाफ नहीं हैं, अगर रेड क्रॉस इसमें मध्यस्थता करे तो हमें कोई गुरेज नहीं है.”
रूस ने कितने सैनिकों को छोड़ा?
रूस ने इस समझौते के तहत यूक्रेन के 230 सैनिकों को छोड़ दिया है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक्स पर लिखा, “हमने 230 सैनिकों को रूस के कैद से रिहा करा लिया है.” हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है. इससे पहले भी 48 बार ऐसी डील हुई है जिसमें यूक्रेन ने रूस से करीब 2500 सैनिकों को छुड़ाया है, लेकिन इतने बड़े पैमाने पर सैनिकों की रिहाई की डील पहली बार हुई है.