औरैया: अछल्दा थानाक्षेत्र के गांव गुनौली में बुधवार सुबह बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। इस दौरान आपस में बच्चों में कुछ कहा सुनी होने पर परिजन की डांट सुनते हुए घर पहुचंने पर किशोर ने कमरा बंदकर कुंडे में रस्सी के फंदे से फांसी लगाकर जान दे दी। परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुचें चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से पुलिस मना कर दिया। लिखा पढ़ी कर शव सौंप दिया गया।
अछल्दा थानाक्षेत्र के गांव गुनौली निवासी प्रेम चंद्र शंखवार का 14 वर्षीय पुत्र ईशु शंखवार बच्चों के साथ क्रिकेट खेल रहा था। खेलने में कोई बात बच्चो में हो गई। किसी बच्चे ने शिकायत घर पर की तो परिजन ने जाकर डांट लगा दी। इसी बात पर ईशु नाराज हो गया। उसने कमरा में जाकर अंदर से दरवाजा बंद कर लिया और कुंडे में रस्सी का फंदा बनाकर खिड़की के ऊपर चढ़कर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
काफी देर तक घर पर न दिखने पर मां ने जाकर देखा कि कमरे का दरवाजा बंद है। तब उन्होंने पति को बताया तो पति ने आकर दरवाजे को तोड़कर अंदर देखा तो बेटे ने फांसी लगा ली तो गले में रस्सी कसी देख चीख- निकल पड़ी। आनन-फानन में रस्सी काटकर नीचे उतारा और ईशु को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां चिकित्सक गौरव कुमार ने मृत घोषित कर दिया। दिवगंत दो भाइयों में छोटा था। बड़े भाई अंशु, पिता प्रेमचंद्र, मां बैजयंती का रो-रोकर बुरा हाल है।
सूचना पर वरिष्ठ उपनिरीक्षक शंभू नाथ, हल्का प्रभारी पहलवान सिंह ने पहुंचकर पूछताछ की। थाना प्रभारी निरीक्षक रुद्र प्रताप त्रिपाठी ने बताया कि घर में किसी बात को लेकर बच्चे को डांट दिया था तो उसने दरवाजा बंदकर कुंडे में रस्सी के फंदे से फांसी लगा ली। परिजन ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। पुलिस ने लिखा पढ़ी में शव परिजनों को सौंप दिया।