इंदौर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अयोध्या में बन रहे भव्य श्रीराम मंदिर को लेकर एक ऐसा बयान दिया है, जिससे विवाद खड़ा हो गया है।
इंदौर में भाजपा पर निशाना साधते हुए सवाल पूछा अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए नई मूर्तियां बनवाने की क्या जरूरत आ पड़ी। रामलला की मुख्य मूर्ति कहां है, उन्हें क्यों नहीं स्थापित किया जा रहा है, जबकि अयोध्या जन्मभूमि का पूरा विवाद ही वह था। सरकार को इस पर सवाल खड़ा करना चाहिए था।
ईवीएम से मतदान पर दिग्विजय सिंह ने उठाए सवाल
इससे पहले कांग्रेस नेता चुनाव प्रक्रिया के दौरान ईवीएम मशीनों के उपयोग पर सवाल उठाया है। बुधवार को उन्होंने इंदौर में एक बार फिर ईवीएम से मतदान पर सवाल दागा है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान लोगों को वीवीपैट मशीन से निकली पर्चियों से मतदान करने का अवसर देना चाहिए।
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा,”आखिरकार यह मतदान है तो फिर जिन लोगों ने ईवीएम से मतदान किया है, तो उन्हें वीवीपैट मशीनों से निकलने वाली पर्चियों को बॉक्स में डालने पर भाजपा को क्या आपत्ति हो सकती है।”
पार्ट में बदलाव को लेकर क्या बोले दिग्विजय सिंह?
हाल ही में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद पार्टी में हुए बदलाव को लेकर उन्होंने कहा कि प्रकृति का नियम ही परिवर्तन है। जीतू पटवारी और उमंग सिंगार दोनों ही कम उम्र के और अनुभवी राजनेता हैं। मुझे विश्वास है कि वह पार्टी में नई सोच और दृष्टिकोण लाएंगे और उसे नई दिशा में ले जाएंगे।